राजस्थान
‘किसान साथी’ पोर्टल
- 08 Feb 2024
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चर्चा में क्यों?
कृषि क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी (IT) के उपयोग के साथ, 'किसान साथी' पोर्टल ने राजस्थान में किसानों के लिये एकल खिड़की मंच के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया है।
मुख्य बिंदु:
- IT अनुप्रयोगों ने कृषकों के लिये विभिन्न सरकारी योजनाओं आवेदन करने और उन्हें उपलब्ध लाभों की निगरानी करने की प्रक्रिया को सरल बना दिया है।
- राज्य कृषि आयुक्त के अनुसार, अब तक 12 लाख से अधिक किसानों ने वेब पोर्टल का उपयोग किया है और कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं कृषि विपणन योजनाओं से लाभान्वित हुए हैं।
- कागज़ रहित कार्य से प्रक्रिया में तेज़ी आई और प्रणाली में पारदर्शिता आई।
- किसान साथी पोर्टल ने लगभग तीन लाख किसानों को ₹1,600 करोड़ के प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण की सुविधा प्रदान की है, जबकि ऑनलाइन सत्यापन की मदद से बड़ी संख्या में बीज, उर्वरक और कीटनाशक बेचने के लाइसेंस जारी किये गए हैं।
- "कृषि करने में आसानी" की पहल के रूप में वर्ष 2021 में लॉन्च किया गया पोर्टल कृषक समुदाय के लिये क्रांतिकारी बदलाव लेकर आया है।
- किसानों के लिये विकसित किये गए मोबाइल ऐप्स ने उन्हें कृषि उपज के खरीदारों से जोड़ने हेतु नए प्लेटफॉर्म भी तैयार किये हैं।
- यह ऐप कृषि उपज के विक्रेताओं के पंजीकरण, बीज मिनी-किट के वितरण, जैव-खेती के लिये पंजीकरण और बीज एवं उर्वरक नमूनों को ऑनलाइन जमा करने के लिये सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं।