राजस्थान
प्रोटेम स्पीकर के रूप में कालीचरण सराफ ने ली शपथ
- 19 Dec 2023
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चर्चा में क्यों
18 दिसंबर, 2023 को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में आयोजित समारोह में पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक कालीचरण सराफ को राजस्थान विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलाई।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी, वासुदेव देवनानी,उप मुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा सहित अन्य विशिष्ट जन उपस्थित रहे।
- राज्यपाल कलराज मिश्र ने उनके सहयोग के लिये वरिष्ठ विधायकों का एक तीन सदस्य पैनल भी बनाया गया है। इस पैनल में विधायक दयाराम परमार, प्रताप सिंह सिंघवी
- डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का शामिल है।
- विदित हो कि प्रोटेम स्पीकर नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे। पार्टी पहले ही वरिष्ठ विधायक वासुदेव देवनानी को विधानसभा अध्यक्ष नामित कर चुकी है।
- उल्लेखनीय है कि नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा की सदस्यता की शपथ प्रोटेम स्पीकार ही दिलाता है। सदस्यों के शपथ के बाद विधानसभा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होता है। स्थायी विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) के पदभार ग्रहण करने के साथ ही प्रोटेम स्पीकार का कार्य और कार्यकाल स्वत: समाप्त हो जाता है।
- प्रो-टेम एक लैटिन वाक्यांश है जिसका अर्थ है ‘कुछ समय के लिये’। प्रोटेम स्पीकर एक अस्थायी स्पीकर होता है जिसे सीमित अवधि के लिये नियुक्त किया जाता है।
- प्रोटेम स्पीकर की आवश्यकता: लोकसभा/विधानसभा का अध्यक्ष नवनिर्वाचित सदन की पहली बैठक से ठीक पहले अपना पद खाली कर देता है।
- राष्ट्रपति/राज्यपाल नवनिर्वाचित सदन की बैठकों की अध्यक्षता करने के लिये प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति करते हैं। आमतौर पर सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है.
- प्रोटेम स्पीकर के कर्तव्य:
- प्रोटेम स्पीकर लोकसभा की पहली बैठक की अध्यक्षता करता है, नवनिर्वाचित सांसदों को पद की शपथ दिलाता है।
- स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के लिये मतदान कराना।
- नए अध्यक्ष के चुनाव पर प्रोटेम स्पीकर का पद समाप्त हो जाता है।
- वह फ्लोर टेस्ट का संचालन भी करते हैं।