उत्तराखंड
ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल
- 30 Dec 2021
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चर्चा में क्यों?
29 दिसंबर, 2021 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा में तराई पूर्वी वन प्रभाग में ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल का शुभारंभ किया। यह राज्य का पहला क्रोकोडाइल ट्रेल है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने कहा की क्रोकोडाइल ट्रेल के बनने से जहाँ क्रोकोडायल्स का प्राकृतिक वास में संरक्षण एवं संवर्द्धन होगा, वहीं क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इसकी स्थापना से रोज़गार एवं आर्थिकीय गतिविधियों में वृद्धि होगी।
- उन्होंने कहा कि इसके बनने से इकोलॉजी, इकोनामी दोनों को ही मदद मिलेगी। इनके बनने से स्थानीय लोगों को रोज़गार मिलेगा, होमस्टे के माध्यम से क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
- ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल सुरई इकोटूरिज़्म ज़ोन की पश्चिमी सीमा पर ककरा नाला स्थित है। यह नाला क्रोकोडाइल (मार्श मगरमच्छ) का प्राकृतिक वास स्थल है। मीठे पानी के स्रोतों में पाई जाने वाली मगरमच्छ की यह प्रजाति भूटान और म्याँमार जैसे तमाम देशों में विलुप्त हो चुकी है। अंडा देने वाली यह प्रजाति बेहद खतरनाक मानी जाती है। मौज़ूदा समय में इस नाले में 100 से अधिक मार्श मगरमच्छ हैं।
- पर्यटक मगरमच्छों को आसानी से देख सकें इसके लिये 4 किमी. लंबे नाले को चैनलिंग फेंसिंग करके ककरा क्रोकोडाइल ट्रेल के रूप में विकसित किया गया है। राज्य के इस पहले क्रोकोडाइल ट्रेल में तीन व्यू प्वाइंट और कई वॉच टॉवर बनाए गए हैं ताकि मगरमच्छों को सुरक्षित तरीके से नज़दीक से देखा जा सके।