कबीर बुनकर एवं विश्वकर्मा पुरस्कार से सम्मानित हुए बुनकर | 05 Nov 2022

चर्चा में क्यों?

4 नवंबर, 2022 को मध्य प्रदेश कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग द्वारा हावकरण बुनाई के लिये राज्यस्तरीय कबीर बुनकर पुरस्कार 2020-21 एवं 2021-22 तथा उत्कृष्ट हस्तशिल्प के सृजन के लिये राज्यस्तरीय विश्वकर्मा पुरस्कार 2021-22 सम्मान समारोह आयोजित किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • भोपाल हाट में आयोजित समारोह में शिल्पियों को सम्मान स्वरूप शॉल, प्रमाण-पत्र, ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया गया।
  • इस दौरान आयुक्त हथकरघा सह-प्रबंध संचालक संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम भोपाल अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि शिल्पियों और बुनकरों की पुरस्कृत कृतियों की प्रदर्शनी भी समारोह-स्थल पर लगाई जाएगी।
  • इस समारोह में 6 बुनकरों तथा 6 शिल्पियों को सम्मानित किया गया है। वर्ष 2020-21 का कबीर बुनकर प्रथम पुरस्कार चंदेरी के वसीम मोहम्मद, द्वितीय पुरस्कार चंदेरी की रेखाबाई कोली एवं तृतीय पुरस्कार महेश्वर के मूलचंद श्रवणेकर को दिया गया।
  • वर्ष 2021-22 का कबीर बुनकर प्रथम पुरस्कार चंदेरी के मोहम्मद वसीम, द्वितीय पुरस्कार बागोर ज़िला शिवपुरी के महेश कोली एवं तृतीय पुरस्कार चंदेरी के राजू पंथी को दिया गया।
  • प्रथम पुरस्कार के लिये एक लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार के लिये 50 हज़ार रुपए एवं तृतीय पुरस्कार के लिये 25 हज़ार रुपए के चेक प्रदान किये गए।
  • इसी प्रकार हस्तशिल्प के लिये वर्ष 2021-22 का विश्वकर्मा प्रथम पुरस्कार उज्जैन के मोहम्मद अहसान छीपा, द्वितीय पुरस्कार भोपाल के हीरामन उवती एवं तृतीय पुरस्कार भोपाल के धर्मेंद्र रोहर को दिया गया।
  • इसके अतिरिक्त प्रोत्साहन श्रेणी में 3 पुरस्कार हयात गुट्टी, इकबाल एवं बनवारीलाल झारिया को दिये गए।
  • विश्वकर्ता पुरस्कार में प्रथम पुरस्कार के लिये राशि एक लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार के लिये 50 हज़ार रुपए एवं तृतीय पुरस्कार के लिये 25 हज़ार रुपए की राशि दी गई। साथ ही प्रोत्साहन स्वरूप चयनित शिल्पियों को 15-15 हज़ार रुपए की राशि प्रदान की गई।