पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के लिये जापान देगा 5509 करोड़ रुपए | 31 Mar 2023
चर्चा में क्यों?
29 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में वित्त मंत्रालय के इकोनॉमिक अफेयर्स डिपार्टमेंट के अतिरिक्त सचिव रजत कुमार मिश्रा और भारत में जापान के राजदूत सुजुकी हिरोशी के बीच समझौता हुआ है, जिसके अंतर्गत जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जिका) बिहार की राजधानी पटना में बन रहे मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के लिये 5,509 करोड़ रुपए देगी।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि पटना मेट्रो रेल विकास (पीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक अरुणीश चावला (आईएएस) और शहरी विकास और आवास विभाग (यूडीएचडी) के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) के साथ इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।
- परियोजना का उद्देश्य नए मेट्रो कॉरिडोर 1 और 2 का निर्माण करके बिहार की राजधानी पटना में यातायात की मांग में वृद्धि को आसान करना है, जिससे शहरी पर्यावरण में सुधार और अर्थव्यवस्था के विकास के साथ-साथ सार्वजनिक परिवहन पर केंद्रित शहरी विकास के माध्यम से जलवायु परिवर्तन में योगदान दिया जा सके।
- यह परियोजना एसडीजी लक्ष्य 8, 9, 11 और 13 की उपलब्धि में योगदान देगी।
- योजना के अनुसार, जेआईसीए जून 2023 तक पटना मेट्रो रेल परियोजना के लिये परामर्श सेवाएँ (निर्माण पर्यवेक्षण सहित) प्रदान करने के लिये सलाहकारों की नियुक्ति करेगा।
- परियोजना निर्माण पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी के लिये प्रारंभिक खरीद पैकेज जून 2023 में शुरू किया जाएगा। ऋण राशि 30 वर्ष की छूट अवधि के साथ 10 वर्ष की चुकौती अवधि के लिये स्वीकृत की गई है।
- पटना मेट्रो का 14.05 किलोमीटर का कॉरिडोर-2 पटना रेलवे जंक्शन को पटना जंक्शन (कॉरिडोर-12 के साथ इंटरचेंज), आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, मोइन उल हाग स्टेडियम, राजेंद्र नगर, मलाही पकड़ी, खेमनी चक (इंटरचेंज), भूतनाथ, जीरो माइल और न्यू आईएसबीटी पर 1 स्टेशनों के साथ नए अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल से जोड़ेगा।
- इनमें से 6 स्टेशनों के साथ 5 किलोमीटर खंड को अलग किया जाएगा और शेष 8 किलोमीटर खंड को 7 स्टेशनों के साथ भूमिगत किया जाएगा।
- पटना मेट्रो रेल परियोजना की अनुमानित लागत 13,365.77 करोड़ रुपए है। इस परियोजना के वर्ष 2028 तक चालू होने की उम्मीद है।
- पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के निकट बैरिया, संपतचक में पटना मेट्रो का डिपो होगा।