उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में जन्माष्टमी
- 22 Aug 2024
- 3 min read
चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से अयोध्या और वृंदावन में जन्माष्टमी उत्सव मनाया जा रहा है, जहाँ भक्त मंदिरों में जा रहे हैं तथा त्योहार के लिये खरीदारी कर रहे हैं।
प्रमुख बिंदु:
- कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे गोकुलाष्टमी या श्रीकृष्ण जयंती भी कहा जाता है, विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है।
- कृष्ण जन्माष्टमी आमतौर पर अगस्त या सितंबर में चंद्र-सौर हिंदू कैलेंडर के भाद्रपद महीने में कृष्ण पक्ष की अष्टमी (आठवें दिन) को मनाई जाती है।
- जन्माष्टमी का एक प्रमुख आकर्षण "दही हांडी" उत्सव है।
उत्तर प्रदेश के महत्त्वपूर्ण मेले
- ताज महोत्सव:
- यह आगरा के शिल्पग्राम में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला एक जीवंत 10 दिवसीय उत्सव है। यह उत्सव 18वीं और 19वीं शताब्दी के दौरान उत्तर प्रदेश में पनपी समृद्ध मुगल तथा नवाबी संस्कृति से प्रेरित है।
- कुंभ मेला:
- कुंभ मेला विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जिसे हिंदुओं द्वारा प्रत्येक 12 वर्ष में भारत में चार स्थानों पर मनाया जाता है: प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन।
- तीर्थयात्री आध्यात्मिक शुद्धि की तलाश में पवित्र नदियों (गंगा, यमुना, सरस्वती, गोदावरी और शिप्रा) में स्नान करने के लिये एकत्र होते हैं।
- कुंभ मेला विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जिसे हिंदुओं द्वारा प्रत्येक 12 वर्ष में भारत में चार स्थानों पर मनाया जाता है: प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक और उज्जैन।
- गंगा महोत्सव:
- गंगा नदी भारत के लिये बहुत महत्त्वपूर्ण है और इसने अपने तट पर कई सभ्यताओं को पोषित किया है। कार्तिक महीने के दौरान वाराणसी में नदी देवी को उनके आशीर्वाद के लिये धन्यवाद देने के लिये त्योहार मनाया जाता है।
- घाटों को रोशनी और फूलों से सजाया जाता है और कार्तिक पूर्णिमा पर लोग नदी के किनारे मिट्टी के दीये जलाने एवं प्रवाहित करने के लिये एकत्रित होते हैं।
- गंगा नदी भारत के लिये बहुत महत्त्वपूर्ण है और इसने अपने तट पर कई सभ्यताओं को पोषित किया है। कार्तिक महीने के दौरान वाराणसी में नदी देवी को उनके आशीर्वाद के लिये धन्यवाद देने के लिये त्योहार मनाया जाता है।