ऋषिकेश एम्स में इनविट्रो फर्टिलाइज़ेशन (I.V.F.) सुविधा का शुभारंभ | 12 Oct 2021
चर्चा में क्यों?
11 अक्टूबर, 2021 को ऋषिकेश एम्स के निदेशक डॉ. अरविंद राजवंशी द्वारा एम्स के गाइनेकोलॉजी विभाग में आईवीएफ (I.V.F.) केंद्र का उद्घाटन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इसके साथ ही ऋषिकेश एम्स उत्तराखंड राज्य का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है, जहाँ इनविट्रो फर्टिलाइज़ेशन की सुविधा उपलब्ध है।
- एम्स ऋषिकेश यह सुविधा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के दिशा-निर्देशों के अनुसार 45 वर्ष तक की महिलाओं और 50 वर्ष तक की आयु के पुरुषों के लिये प्रदान करेगा।
- उल्लेखनीय है कि आईवीएफ (I.V.F.) एक सहायक प्रजनन तकनीक है, जिसके अंतर्गत प्रयोगशाला में किसी मादा के अंडाशय से प्राप्त अंडों का संपर्क द्रव माध्यम में शुक्राणुओं से कराया जाता है। इस प्रक्रिया से प्राप्त निषेचित अंडे को मादा के गर्भ में स्थानांतरित कर दिया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया से पैदा हुए बच्चों को ही ‘टेस्ट ट्यूब बेबी’ कहा जाता है।
- आईवीएफ (I.V.F.) तकनीक का जनक रॉबर्ट एडवर्ड को माना जाता है।