मथुरा के इस्कॉन और प्रेम मंदिर को मिला भोग प्रमाण-पत्र | 17 Jun 2022
चर्चा में क्यों?
16 जून, 2022 को एफएसएसएआई भारत सरकार की तरफ से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने ‘ईट राइट’ कार्यक्रम के तहत मथुरा के वृंदावन के प्रेम मंदिर और इस्कॉन मंदिर को भोग प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि मंदिर में अपने आराध्य भगवान को अर्पित किये जाने वाले भोग तथा प्रसाद की गुणवत्ता के संबंध में मंदिर परिसर में बनाए जाने वाले भोग को हाइजीन वातावरण एवं रसोईघर में सभी कार्यरत व्यक्तियों के स्वास्थ्य परीक्षण, पानी की जाँच एवं पेस्ट कंट्रोल (चूहे आदि) की गहन जाँच करने के उपरांत स्वतंत्र ऑडिट एजेंसी द्वारा दो बार ऑडिट किया गया।
- ऑडिट रिपोर्ट को एफएसएसएआई भारत सरकार को भेजा गया। परीक्षण के बाद, वृंदावन के इस्कॉन एवं प्रेम मंदिर को भोग प्रमाण-पत्र भारत सरकार ने जारी किया है।
- सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन गौरी शंकर ने बताया कि ‘ईट राइट’ कार्यक्रम के तहत जीएलए विश्वविद्यालय, केडी मेडिकल कॉलेज, संबिद गुरुकुलम, वात्सल्य ग्राम एवं अक्षय पात्र (वृंदावन, मांट) कैंपस को ‘ईट राइट कैंपस’ के सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को भी भोग प्रमाण-पत्र दिलवाने की प्रक्रिया जारी है।
- सहायक आयुक्त गौरी शंकर ने कहा कि ब्रज के अन्य प्रमुख मंदिर बरसाना के राधा रानी मंदिर, गोवर्धन के गिरिराज जी मंदिर के प्रबंधकों व रिसीवर से भी अनुरोध किया गया है कि वे भी अपने यहाँ चल रही रसोई की जाँच कराएँ, जिससे उनको भी यह प्रमाण-पत्र मिल सके और प्रसाद लोगों के घर तक पहुँचाया जा सके।