इंटीग्रेटेड सोलर मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट | 11 Mar 2025

चर्चा में क्यों? 

8 मार्च 2025 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) में अवाडा समूह की 5 गीगावाट (GW) एकीकृत सौर विनिर्माण इकाई का शिलान्यास किया, साथ ही 1.5 गीगावाट सौर मॉड्यूल विनिर्माण इकाई का लोकार्पण किया।

  • अवाडा ग्रुप एक प्रमुख भारतीय हरित ऊर्जा कंपनी है, जिसका मुख्यालय मुंबई में स्थित है, जो सौर, पवन, पंप हाइड्रो और हरित ईंधन के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में कार्यरत है।

मुद्दे के बारे में:

  • मुख्यमंत्री के अनुसार यह पहल न केवल अक्षय ऊर्जा में हमारे राज्य के योगदान को मज़बूत करती है बल्कि रोज़गार को भी बढ़ावा देती है और 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के हमारे दृष्टिकोण का समर्थन करती है।
  • यह प्रयास वर्ष 2026-2027 तक उत्तर प्रदेश के सौर ऊर्जा उत्पादन को 22,000 मेगावाट तक पहुँचाने के लक्ष्य में योगदान देता है 
  • मुख्यमंत्री ने इसे 2070 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम बताया।

नवीकरणीय ऊर्जा 

  • नवीकरणीय ऊर्जा प्राकृतिक, पुनःपूर्ति योग्य स्रोतों जैसे सौर, पवन, जल विद्युत, बायोमास, भू-तापीय और ज्वार से प्राप्त ऊर्जा है। 
    • ये स्रोत सतत् और पर्यावरण के अनुकूल हैं, जिससे जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होती है।
  • प्रकार:
    • कच्छ की खाड़ी और सुंदरवन जैसे तटीय क्षेत्र ज्वारीय ऊर्जा की संभावनाएँ प्रदान करते हैं।
    • सौर ऊर्जा: सौर पैनलों या सौर तापीय प्रणालियों का उपयोग करके सूर्य के विकिरण से प्राप्त की जाती है। 
    • पवन ऊर्जा: पवन टर्बाइनों द्वारा पवन की गतिज ऊर्जा को विद्युत् में परिवर्तित करके उत्पन्न की जाती है। 
    • जलविद्युत: प्रवाहित जल (नदियों, बाँधों, झरनों) की ऊर्जा का उपयोग करके उत्पादित।
    • बायोमास ऊर्जा: हीटिंग, विद्युत् और जैव ईंधन के लिये पौधों के अवशेषों और पशु अपशिष्ट जैसे कार्बनिक पदार्थों से निर्मित।
    • भू-तापीय ऊर्जा: विद्युत उत्पादन और प्रत्यक्ष तापन के लिये पृथ्वी की आंतरिक ऊष्मा (गर्म पानी, भाप) से प्राप्त।
      • ज्वारीय एवं तरंग ऊर्जा: विद्युत उत्पन्न करने के लिये समुद्री जल की गति (गुरुत्वाकर्षण खिंचाव या सतही तरंगें) का उपयोग करती है।