उत्तर प्रदेश
प्रयागराज के सोरांव क्षेत्र में बनेगा औद्योगिक गलियारा
- 13 Nov 2023
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चर्चा में क्यों?
12 नवंबर, 2023 को परियोजना के नोडल अधिकारी जगदंबा सिंह ने बताया कि कुंभ नगरी प्रयागराज में यमुना पार में शंकरगढ़ में औद्योगिक गलियारे की बुनियाद रखने के बाद गंगा पार के सोरांव क्षेत्र में एक और औद्योगिक गलियारा बनाया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े गंगा एक्सप्रेस-वे के आसपास के क्षेत्रों में इसकी स्थापना का रोड मैप तैयार किया जा रहा है। शंकरगढ़ के बाद सोरांव क्षेत्र में बनने वाला यह ज़िले का दूसरा औद्योगिक गलियारा होगा।
- प्रयागराज में यूपीडा की तरफ से एक्सप्रेस वे के आसपास के क्षेत्र में इस औद्योगिक गलियारा को विकसित करने की सरकार की योजना है। गंगा एक्सप्रेस वे से सटे तीन गाँवों को इसके लिये चिन्हित किया गया है। जिन तीन गाँवों को इसके लिये चिन्हित किया गया है, उसमें मलाक चतुरी, जूड़ापुर डांडू तथा बारी सराय लाल शामिल है।
- प्रयागराज के सबसे पिछड़े इलाकों में भी इंडस्ट्रियल हब की स्थापना होगी। प्रदेश सरकार ने प्रयागराज के यमुना पार इलाके के सबसे पिछड़े इलाके शंकरगढ़ को इंडस्ट्रियल हब के रूप में विकसित करने का रोड मैप तैयार किया है।
- उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने इस इलाके का सर्वे शुरू करने के बाद क्षेत्र में औद्योगिक विकास के लिये चयनित भूमि का प्रस्ताव प्रशासन के पास भेजा है। इसके बाद उद्योगों की स्थापना का कार्य शुरू होगा।
- गौरतलब है कि शंकरगढ़ इलाके में इंडस्ट्रियल हब डेवलप करने के लिये भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड यहां सौर ऊर्जा का प्लांट डालना चाह रहा है जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
- यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक आशीष नाथ के मुताबिक इस इलाके की सर्वे प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद आगे का कार्य शुरू होगा। इस इलाके में एक ऑयल रिफायनरी की स्थापना का प्रस्ताव भी सरकार के पास है जिसे 2000 एकड़ की भूमि में शंकरगढ़ ब्लाक में स्थापित होना है।
- विदित हो कि शंकरगढ़ के पथरीले इलाके में कृषि योग्य भूमि की कमी और भूमि के उर्वर न होने की वजह से अधिकतर स्थानीय लोगों को शहरों में जाकर अपनी जीविका चलानी पड़ रही है। इलाके में उद्योग स्थापना की संभावना को देखते हुए राज्य सरकार ने यहां इंडस्ट्रियल हब बनाने का निर्णय लिया है।
- प्रयागराज के ज़िला अधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि इलाके की भौगोलिक स्थिति और ऊर्जा के संसाधनों की मौजूदगी से शंकरगढ़ को औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिये उपयुक्त इलाके के रूप में देखा जा रहा है। नैनी के बाद ज़िले का यह दूसरा इंडस्ट्रियल हब होगा। यहां औद्योगिक विकास से 10 हज़ार से अधिक रोजगार का सृजन होगा। इससे शहरो में पलायन कर गए स्थानीय लोग भी वापस अपने क्षेत्र में आयेंगे।