इंदौर गौरव दिवस | 02 Jun 2023
चर्चा में क्यों?
31 मई, 2023 को भारत के सबसे स्वच्छ शहर और मध्य प्रदेश की वित्तीय राजधानी इंदौर के नेहरू स्टेडियम में आयोजित समारोह में लोकमाता अहिल्या बाई के जन्म-दिवस के अवसर पर ‘इंदौर गौरव दिवस’ मनाया गया।
प्रमुख बिंदु
- समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर नगर निगम द्वारा बनाए जाने वाले उमंग पार्क के कार्यों का तथा इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा स्टार्टअप के सहयोग के लिये बनाए गए इन्क्यूबेशन सेंटर का शुभारंभ किया। साथ ही सोलर सिटी के संकल्प-पत्र का विमोचन और वृक्ष एंबुलेंस का लोकार्पण भी किया।
- विदित है कि 298 साल पहले आज ही के दिन 1767 को देवी अहिल्या बाई का जन्म हुआ था। इसलिये उनके सम्मान में आज के दिन को पूरा शहर गौरव दिवस के रूप में मनाता है।
- देवी अहिल्या बाई होलकर मराठा साम्राज्य की प्रसिद्ध महारानी तथा इतिहास-प्रसिद्ध सूबेदार मल्हारराव होलकर के पुत्र खंडेराव की धर्मपत्नी थीं।
- 1754 में खंडेराव की युद्ध में वीरगति प्राप्त होने पर ससुर मल्हारराव होलकर ने अहिल्या देवी को होलकर साम्राज्य की कमान सौंप दी थी।
- 28 बरस के अपने शासनकाल में मंदिरों के जीर्णोद्धार और पुनर्निर्माण के लिये अहिल्या देवी का नाम सम्मान से लिया जाता है। उन्होंने न सिर्फ अपने राज्य में बल्कि पूरे भारत में करीब 65 मंदिर, धर्मशालाओं का निर्माण करवाया।
- इसके अलावा सड़कें, कुएँ, तालाब, बावड़ियाँ, घाट और पानी की टंकी को मूलभूत सुविधाओं के साथ बनवाया। महेश्वर में रहते हुए देश के दूरस्थ स्थलों, जैसे- अमरकंटक, बद्रीनाथ, केदारनाथ, अयोध्या, गंगोत्री, पुष्कर, मथुरा, रामेश्वर तथा हरिद्वार में धर्मशालाएँ बनवाईं।
- उल्लेखनीय है कि इंदौर भारत में एकमात्र शहर है, जहाँ भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम इंदौर) व भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी इंदौर) दोनों स्थित हैं।