छत्तीसगढ़
प्रदेश में दो नए ज़िलों ‘मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर’और ‘सक्ती’ का उद्घाटन
- 10 Sep 2022
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चर्चा में क्यों?
9 सितंबर, 2022 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में क्रमश: 32वें और 33वें प्रशासनिक ज़िलों के रूप में दो नए ज़िलों ‘मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर’और ‘सक्ति’ का उद्घाटन किया। इससे प्रदेश में ज़िलों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 2 और 3 सितंबर को प्रदेश में 3 नवगठित ज़िलों- मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई का उद्घाटन किया था। उन्होंने नए ज़िलों के विकास कार्यों को भी मंज़ूरी दी थी।
- नये ज़िले मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर को कोरिया ज़िले से अलग कर बनाया गया है। इसकी सीमाएँ उत्तर में मध्य प्रदेश के सिंगरौली ज़िले व सीधी ज़िले की कुसमी तहसील, दक्षिण में कोरबा ज़िले की पोड़ी-उपरोड़ा तहसील और सूरजपुर ज़िले की रामानुजनगर तहसील, पूर्व में कोरिया ज़िले की बैकुंठपुर और सोनहत तहसील तथा पश्चिम में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही ज़िले और मध्य प्रदेश के अनूपपुर व शहडोल ज़िले से मिलती हैं।
- इस ज़िले की अनुमानित जनसंख्या चार लाख 11 हज़ार 515 है। इसमें उपखंड मनेंद्रगढ़, तहसील मनेंद्रगढ़ एवं केल्हारी तथा उपखंड भरतपुर, तहसील भरतपुर तथा उपखंड खड़गँवा-चिरमिरी, तहसील खड़गंवा को शामिल किया गया है।
- जांजगीर-चांपा का सक्ती शिक्षा विभाग के लिये पहले से ही ज़िला था। अब यह प्रशासनिक ज़िला भी बन गया है। नए ज़िले में उपखंड सक्ती की तहसील सक्ती, मालखरौदा, जैजैपुर और उपखंड डभरा की तहसील डभरा सहित कुल 5 तहसीलें शामिल होंगी।
- इसकी सीमाँए उत्तर में कोरबा ज़िले की करतला तहसील, दक्षिण में सारंगढ़-बिलाईगढ़ ज़िले का सारंगढ़, पूर्व में रायगढ़ ज़िले का खरसिया और पश्चिम में जांजगीर-चांपा ज़िले के सारागाँव व बम्हनीडीह तहसील से मिलती हैं।
- सक्ती ज़िले का कुल क्षेत्रफल एक लाख 51 हज़ार 976 वर्ग किमी. है। 2011 जनगणना के अनुसार सक्ती ज़िले की आबादी 6 लाख 47 हज़ार 254 है। इसमें कुल गाँवों की संख्या 465 है।
- उल्लेखनीय है कि 2000 में मध्य प्रदेश के 16 ज़िलों को अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया गया था। डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने 2003-2018 की अवधि के दौरान 11 नए ज़िले बनाए थे।
- दिसंबर 2018 में कॉन्ग्रेस ने सत्ता सँभाली थी, तब राज्य में 27 ज़िले थे। बघेल सरकार द्वारा फरवरी 2020 में बिलासपुर से अलग कर पेंड्रा-गौरेला-मरवाही ज़िले के गठन सहित अब तक छह नए ज़िलों का गठन किया जा चुका है।