IIT इंदौर ने एग्रीहब का उद्घाटन किया | 01 Feb 2025
चर्चा में क्यों?
27 जनवरी, 2025 को, IIT इंदौर ने एग्रीहब लॉन्च किया गया, जो एक अत्याधुनिक उत्कृष्टता केंद्र (CoE) है, जो भारत में कृषि के सामने आने वाली महत्त्वपूर्ण चुनौतियों से निपटने के लिये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML) और डीप लर्निंग (DL) के उपयोग पर केंद्रित है।
मुख्य बिंदु
- एग्रीहब का मिशन और विज़न:
- एग्रीहब का लक्ष्य शोधकर्त्ताओं, किसानों, प्रजनकों और नीति निर्माताओं के लिये एक सहयोगी मंच बनना है।
- इस पहल का उद्देश्य सतत् कृषि के लिये AI, ML और DL पर ध्यान केंद्रित करते हुए अंतर-विषयक अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) तथा मध्य प्रदेश सरकार ने कृषि उत्पादकता और स्थिरता को बढ़ावा देने में एग्रीहब की क्षमता को पहचानते हुए इसके प्रति प्रबल समर्थन व्यक्त किया है।
- महत्त्व:
- स्टार्टअप इनक्यूबेशन: एग्रीहब कृषि प्रौद्योगिकी क्षेत्र में स्टार्टअप के विकास का समर्थन करेगा।
- रोज़गार सृजन: इससे सतत् खेती से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर उत्पन्न होंगे।
- पेटेंट और प्रकाशन: अनुसंधान परिणामों में नवाचार, पेटेंट और वैज्ञानिक प्रकाशन शामिल होंगे जो कृषि प्रौद्योगिकियों के विकास में योगदान देंगे।
- उद्योग सहयोग: एग्रीहब का लक्ष्य अपने अनुसंधान के व्यावहारिक अनुप्रयोगों के निर्माण के लिये उद्योगों के साथ साझेदारी करना है।
- उद्यमिता कार्यशालाएँ: छात्रों और उभरते पेशेवरों के बीच उद्यमिता को बढ़ावा देने के कार्यक्रमों पर मुख्य ध्यान दिया जाएगा।
- तकनीकी प्रगति: एग्रीहब कम कृषि उत्पादकता और जलवायु परिवर्तन (सूखा, बाढ़) के प्रभाव जैसी चुनौतियों का समाधान करने के लिये AI, उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग और बड़े डेटा का उपयोग करेगा।
- भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS), ड्रोन प्रौद्योगिकी और सटीक खेती के एकीकरण से संसाधनों के उपयोग को अनुकूलित करने, फसलों की निगरानी करने और किसानों को डेटा-संचालित समाधान प्रदान करने में सहायता मिलेगी।