पीआरटी कॉरिडोर का सर्वेक्षण करने के लिये आईजी ड्रोन | 08 Jan 2024
चर्चा में क्यों?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ड्रोन टेक्नोलॉजी और एनालिटिक्स कंपनी आईजी ड्रोन उत्तराखंड मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का सर्वे करने जा रही है। यह नियो मेट्रो सिस्टम के तहत पर्सनलाइज़्ड रैपिड ट्रांज़िट कॉरिडोर (PRT) है।
- उत्तराखंड सरकार PRT कॉरिडोर परियोजना के वर्ष 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है और इसका उद्देश्य विश्व स्तरीय तथा अत्याधुनिक आवागमन की सुविधा प्रदान करना है।
मुख्य बिंदु:
- नियो मेट्रो प्रोजेक्ट यातायात की भीड़ को कम करने के लिये अगले चार वर्षों में देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में अत्याधुनिक रैपिड ट्रांज़िट सिस्टम बनाने की योजना बना रहा है।
- PRT को मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (MRTS) के तहत विकसित किया जा रहा है जो तीन शहरों- हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून को जोड़ेगा।
- आईजी ड्रोन हाई-टेक ड्रोन के माध्यम से परियोजना का सर्वेक्षण करके डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करने में मदद करेगा।
- कंपनी भूमिगत कार्य प्रगति का नियमित अवलोकन करने के लिये घरेलू स्तर पर विकसित ड्रोन का उपयोग करेगी।
- ड्रोन उन्नत सेंसर से लैस हैं जो ज़मीन से उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाली छवियाँ, वीडियो और अतिरिक्त डेटा कैप्चर करने में सक्षम हैं।
- इस एकत्रित डेटा को आईजी वन, उनके स्वामित्व वाले सॉफ्टवेयर के माध्यम से संसाधित किया जाता है, जो तकनीकी रूप से गहन विश्लेषण प्रदान करता है।
- ये विस्तृत आँकड़ें परियोजना की प्रगति की वास्तविक समय पर नियंत्रण रखने में सक्षम बनाते हैं।
- आईजी ड्रोन अग्रणी ड्रोन तकनीक और एनालिटिक्स कंपनी है जिसके द्वारा भारत का पहला 5जी ड्रोन- स्काईहॉक लॉन्च किया गया है।
- अवसंरचनात्मक परियोजनाओं में ड्रोन का उपयोग तेज़ी से बढ़ रहा है, जो अपनी दक्षता, सटीकता और लागत-प्रभावशीलता के लिये मूल्यवान हैं।
- इसके अनुप्रयोगों में निर्माण प्रगति का सर्वेक्षण, कार्य की गुणवत्ता का आकलन और निर्माण चरण के दौरान संभावित मुद्दों की पहचान करना आदि शामिल हैं।