प्रदेश के प्रत्यक्ष प्रभार मंदिरों के अंशकालीन पुजारियों के मानदेय में वृद्धि | 18 May 2023
चर्चा में क्यों?
16 मई, 2023 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार मंदिरों के अंशकालीन पुजारियों के मानदेय में वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने देवस्थान विभाग के अधीन आने वाले राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार मंदिरों के अंशकालीन पुजारियों के मानदेय में वृद्धि के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी है। इससे पुजारियों का मानदेय 3 हज़ार रुपए प्रतिमाह से बढ़कर 5 हज़ार रुपए प्रतिमाह हो जाएगा।
- मुख्यमंत्री के इस निर्णय से पुजारियों को आर्थिक संबल मिलेगा।
- साथ ही, देवस्थान विभाग के अधीन 593 मंदिरों में पोशाक, रंग-रोगन, मरम्मत तथा उन्नयन संबंधी कार्यों के लिये 5.93 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रावधान को भी स्वीकृति दी है।
- उल्लेखनीय है कि आत्मनिर्भर मंदिरों के अंशकालीन पुजारियों का मानदेय 3 हज़ार रुपए से बढ़ाकर 5 हज़ार रुपए पूर्व में ही किया जा चुका है।
- प्रस्ताव के अनुसार, 390 राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार मंदिर तथा 203 राजकीय आत्मनिर्भर मंदिरों के लिये 5.93 करोड़ रुपए (प्रति मंदिर 1 लाख रुपए तक) की स्वीकृति दी गई है। उक्त स्वीकृति से मंदिरों में विभिन्न उन्नयन कार्य किये जाएंगे।
- राज्य सरकार द्वारा प्रदेशवासियों की आस्था को देखते हुए मंदिरों को सुदृढ़ करने के लिये पोशाक, रंग-रोगन एवं मरम्मत कार्य करवाए जा रहे हैं।
- मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2023-24 के बजट में पुजारियों के मानदेय में वृद्धि तथा मंदिरों के मरम्मत, उन्नयन कार्या के संबंध में घोषणा की गई थी।