चंपावत में बनेगा हाई-टेक मधुमक्खीपालन प्रशिक्षण केंद्र | 22 Apr 2022
चर्चा में क्यों?
21 अप्रैल, 2022 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित शहद निष्कर्षण कार्यक्रम के दौरान चंपावत में प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना के संबंध में बागवानी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री धामी ने हाल ही में मुख्यमंत्री आवास के परिसर को बागवानी गतिविधियों के मॉडल के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया था, ताकि मुख्यमंत्री आवास पर आने वाले लोगों को बागवानी में आधुनिक तकनीकों के बारे में प्रत्यक्ष अनुभव और जानकारी मिल सके।
- इस अवसर पर बागवानी निदेशक हरमिंदर सिंह बावेजा ने बताया कि मधुमक्खियाँ शहद उत्पादन के अलावा परागण को बढ़ाकर कृषि उत्पादन में वृद्धि करती हैं।
- इसी तरह रॉयल जेली, प्रोपोलिस, मधुमक्खी मोम, पराग, कोंब हनी और बी वेनम जैसे उत्पाद भी मधुमक्खीपालकों द्वारा तैयार किये जाते हैं।
- गौरतलब है कि मीठी क्रांति मधुमक्खीपालन को बढ़ावा देने के लिये भारत सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी पहल है, जिसे ‘मधुमक्खीपालन’ (Beekeeping) के नाम से जाना जाता है। मीठी क्रांति को बढ़ावा देने हेतु सरकार द्वारा वर्ष 2020 में (कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तहत) राष्ट्रीय मधुमक्खीपालन और शहद मिशन शुरू किया गया।