हरियाणा में हीटवेव | 16 May 2024
चर्चा में क्यों
हाल ही में भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हरियाणा में हीटवेव की स्थिति की संभावना का संकेत देते हुए "येलो" और "ऑरेंज" अलर्ट जारी किया है।
मुख्य बिंदु:
- हीटवेव, चरम गर्म मौसम की लंबी अवधि होती है जो मानव स्वास्थ्य, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।
- भारत एक उष्णकटिबंधीय देश होने के कारण विशेष रूप से हीटवेव के प्रति अधिक संवेदनशील है, जो हाल के वर्षों में लगातार और अधिक तीव्र हो गई है
- भारत में हीट वेव घोषित करने के मानदंड:
- मैदानी एवं पहाड़ी क्षेत्र:
- यदि किसी स्थान का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम-से-कम 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक एवं पहाड़ी क्षेत्रों में कम-से-कम 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुँच जाता है तो इसे हीटवेव की स्थिति माना जाता है।
- हीट वेव के मानक से विचलन का आधार: विचलन 4.50 डिग्री सेल्सियस से 6.40 डिग्री सेल्सियस तक होता है।
- चरम हीट वेव: सामान्य तापमान स्तर से वृद्धि >6.40 डिग्री सेल्सियस हो।
- वास्तविक अधिकतम तापमान हीट वेव पर आधारित: जब वास्तविक अधिकतम तापमान ≥45 डिग्री सेल्सियस हो।
- चरम हीट वेव: जब वास्तविक अधिकतम तापमान ≥47 डिग्री सेल्सियस हो।
- यदि एक मौसम विज्ञान उपखंड के भीतर कम-से-कम दो स्थान लगातार दो दिनों तक उपरोक्त तापमान स्थिति बनी रहती है, तो अगले दिन इसकी घोषणा की जाती है।
- तटीय क्षेत्र:
- जब अधिकतम तापमान विचलन सामान्य से 4.50 डिग्री सेल्सियस अथवा इससे अधिक होता है, तो इसे हीट वेव कहा जा सकता है, बशर्ते वास्तविक अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस या अधिक हो।
- मैदानी एवं पहाड़ी क्षेत्र: