हरियाणा में शुरू होगी ‘ई-बुक्स योजना’, ‘सुषमा स्वराज स्मृति सम्मान’ भी होगी शुरू | 14 Sep 2022
चर्चा में क्यों?
13 सितंबर, 2022 को हरियाणा साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. चंद्र त्रिखा ने बताया कि हरियाणा में हिन्दी को बढ़ावा देने के लिये इस साल के अंत तक ‘ई-बुक्स योजना’ शुरू होगी। अकादमी पहले चरण में पाँच सुप्रसिद्ध पुस्तकों की ऑनलाइन रिकॉर्डिंग करवा रही है।
प्रमुख बिंदु
- निदेशक डॉ. चंद्र त्रिखा ने बताया कि सबसे पहले मुंशी प्रेमचंद की ‘गोदान’, रामधारी सिहं दिनकर की ‘रश्मि थी’, ‘कुरुक्षेत्र’, धर्मवीर भारती की ‘कनुप्रिया’और ‘अंधा युग’ की ई-बुक्स उपलब्ध करवाई जाएंगी। इनके साथ ही कुछ पौराणिक ग्रंथों की रिकॉर्डिंग का काम भी चल रहा है।
- नए रचनाकारों के प्रोत्साहन के लिये ज़िला स्तर पर लेखन कार्यशालाएँ प्रस्तावित हैं। भाषण कला एवं हिन्दी में विशेष लेखन को प्रोत्साहित करने के लिये ‘सुषमा स्वराज स्मृति सम्मान’ शुरू किया जा रहा हैं। इसमें लेखकों को पाँच लाख रुपए का पुरस्कार मिलेगा।
- उन्होंने बताया कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में हरियाणा के हिन्दी साहित्य पर पुस्तकें तैयार की जा रहीं हैं। बीते वर्ष अकादमी का यूट्यूब चैनल शुरू किया गया था, जिसे काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। बीते एक वर्ष के दौरान चार नई योजनाएँ भी शुरू की गई हैं। साहित्यकार सम्मान योजना, श्रेष्ठ कृति पुरस्कार, हरिगंधा पुस्तिका का प्रकाशन और साहित्यिक आयोजन इनमें शामिल हैं।