हरियाणा
हरियाणा संस्कृत अकादमी ने की वर्ष 2019 और 2020 के लिये पुरस्कारों की घोषणा
- 23 Oct 2021
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चर्चा में क्यों?
22 अक्तूबर, 2021 को हरियाणा संस्कृत अकादमी ने वर्ष 2019 और 2020 के लिये पुरस्कारों की घोषणा कर दी है।
प्रमुख बिंदु
- अकादमी के निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री ने बताया कि वर्ष 2019 के लिये प्रो. अभिराज राजेंद्र मिश्र (हिमाचल प्रदेश) और वर्ष 2020 के लिये प्रो. डॉ. मान सिंह (उत्तराखंड) को संस्कृत साहित्यालंकार सम्मान के लिये चुना गया है।
- हरियाणा संस्कृत गौरव सम्मान वर्ष 2019 के लिये प्रो. सुधीकांत भारद्वाज (दिल्ली) को, वर्ष 2020 के लिये कैप्टन रामभगत (महेंद्रगढ़) और महर्षि वाल्मीकि सम्मान वर्ष 2019 के लिये डॉ. सत्येंद्र प्रकाश (गुरुग्राम) तथा वर्ष 2020 के लिये प्रो. वीरेंद्र कुमार अलंकार (गोहाना) का चयन किया गया है।
- आचार्य स्थाणुदत्त सम्मान के लिये वर्ष 2019 हेतु डॉ. दिव्या त्रिपाठी (पंचकूला), वर्ष 2020 के लिये डॉ. जगदीश प्रसाद शर्मा (यमुनानगर) तथा महर्षि वेदव्यास सम्मान के लिये वर्ष 2019 हेतु डॉ. राधेश्याम शर्मा (करनाल) व वर्ष 2020 के लिये डॉ. जयभगवान शर्मा (झज्जर) का चयन किया गया है।
- महर्षि विश्वामित्र सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिये डॉ. सुधीर कुमार (पंचकूला), वर्ष 2020 हेतु डॉ. देवी सिंह (जीरकपुर) तथा महाकवि बाणभट्ट सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिये डॉ. सुधीर कुमार आर्य (दिल्ली) और वर्ष 2020 के लिये सुशील कुमार शास्त्री (हिसार) को चयनित किया गया है।
- ‘गुरु विरजानंद आचार्य सम्मान’ हेतु वर्ष 2019 के लिये आचार्य हरिदत्त (रोहतक) तथा ‘विद्या मार्तण्ड पं. सीताराम शास्त्री आचार्य सम्मान’ हेतु वर्ष 2019 के लिये श्रीमती कुसुमलता (कुरुक्षेत्र) व वर्ष 2020 के लिये आचार्या सीमा रानी (कुरुक्षेत्र) को चुना गया है।
- विशिष्ट संस्कृत सेवा सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिये डॉ. मुरलीधर शास्त्री (भिवानी) और वर्ष 2020 के लिये डॉ. अशोक कुमार मिश्र (अंबाला) को चुना गया है।
- पं. युधिष्ठिर मीमांसक आचार्य सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिये आचार्य हिमांशुधर (भिवानी) तथा वर्ष 2020 के लिये आचार्य देवेंद्र कुमार (सोनीपत ) को चुना गया है।
- स्वामी धर्मदेव संस्कृत समाराधक सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिये भगवती आर्य, कन्या गुरुकुल जसात (गुरुग्राम) व वर्ष 2020 के लिये रतिराम संस्कृत महाविद्यालय (जींद) का चयन किया गया है।
- पुस्तक-पुरस्कारों में ‘गद्य विधा’ वर्ग में वर्ष 2019 के लिये डॉ. जितेंद्र कुमार (पंचकूला) को उनकी पुस्तक ‘मम सांस्कृतिक यात्रा’ के लिये चुना गया है। वर्ष 2020 में ‘पद्य विधा’ में जयपाल शास्त्री (भिवानी) को उनकी पुस्तक ‘अथ-काव्यमिदं में जीवनपाथेयं’ के लिये, डॉ. पीयूष अग्रवाल (अंबाला) का उनकी पुस्तक ‘नाट्यत्रयं’ (नाटक) के लिये चयन किया गया है।
- उल्लेखनीय है कि संस्कृत साहित्यालंकार सम्मान और हरियाणा संस्कृत गौरव सम्मान के लिये साहित्यकार को दो लाख रुपए की राशि और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाता है।
- महर्षि वाल्मीकि सम्मान, आचार्य स्थाणुदत्त सम्मान, महर्षि वेदव्यास सम्मान, महर्षि विश्वामित्र सम्मान के लिये 1.5 लाख रुपए प्रदान किये जाते हैं। इनके अलावा, महाकवि बाणभट्ट सम्मान, गुरु विरजानंद आचार्य सम्मान, विद्या मार्तण्ड पंडित सीताराम शास्त्री आचार्य सम्मान, पं. युधिष्ठिर मीमांसक आचार्य सम्मान, स्वामी धर्मदेव संस्कृत समाराधक सम्मान और विशिष्ट संस्कृत सेवा सम्मान के लिये 1 लाख रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। पुस्तक-पुरस्कार के लिये 31 हज़ार रुपए प्रदान किये जाते हैं।