हरियाणा सरकार कुपोषण से निपटने के लिये स्पिरुलिना-आधारित उत्पाद पेश करेगी | 21 Aug 2023
चर्चा में क्यों?
19 अगस्त, 2023 को हरियाणा सरकार ने नूंह ज़िले में छह महीने की पायलट परियोजना के साथ बच्चों में कुपोषण से निपटने के लिये स्पिरुलिना-आधारित उत्पाद पेश करने के घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- पोषण अभियान के तहत आकांक्षी ज़िले नूंह के सभी ब्लॉकों में तीन पोषण-समृद्ध कार्यक्रम लागू किये जाएंगे।
- इन कार्यक्रमों का उद्देश्य बच्चों और महिलाओं में कुपोषण एवं एनीमिया को कम करना है।
- नूंह ज़िले के सभी ब्लॉकों में बच्चों और महिलाओं को रेडी-टू-ईट खाद्य पदार्थ, पोषण पैकेट और एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थों के रूप में पोषण संबंधी सहायता प्रदान की जाएगी।
- महिला एवं बाल विकास विभाग नूंह ज़िले में पायलट आधार पर गंभीर तीव्र कुपोषित और मध्यम तीव्र कुपोषित बच्चों को एकीकृत बाल विकास योजना (आईसीडीएस) के तहत ‘ऑर्थोनट’ (मूंगफली मिश्रण) प्रदान करेगा।
- इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैनेजमेंट एंड रिसर्च (आईएचएमआर), बंगलूरू द्वारा किये गए एक अध्ययन में छह महीने तक बच्चों को स्पिरुलिना देने से कुपोषण में कमी देखी गई है।
- विदित है कि स्पिरुलिना, एक शैवाल जो मीठे पानी और खारे पानी दोनों में उगता है, पोषक तत्त्वों से भरपूर होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।