‘संत कबीर कुटीर’ के नाम से जाना जाएगा चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री का आवास | 13 Jun 2022
चर्चा में क्यों?
12 जून, 2022 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रोहतक में राज्यस्तरीय संत कबीर दास जयंती समारोह में घोषणा की कि चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास को अब ‘संत कबीर कुटीर’ के नाम से जाना जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने राज्य में शैक्षणिक संस्थानों और धर्मशालाओं में पुस्तकालय की सुविधा प्रदान करने के अलावा केंद्र की तर्ज़ पर सरकारी कर्मचारियों को पदोन्नति के दौरान कैडरवार आरक्षण के प्रावधान की भी घोषणा की।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग अनुसूचित जाति (एससी) के साथ ही पिछड़े वर्ग (बीसी) की धर्मशालाओं में भी पुस्तकालय की व्यवस्था करेगा। इसके अलावा, सभी समुदायों की धर्मशालाओं में पाँच किलोवाट के सौर संयंत्र स्थापित करने के लिये 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी।
- खट्टर ने कहा कि एनआईटी और आईआईटी में आरक्षण की व्यवस्था के लिये केंद्र के साथ बातचीत की जाएगी। उन्होंने कहा कि 51 लाख रुपए तक की कोई भी परियोजना समाज की साढ़े पाँच एकड़ भूमि पर सरकार द्वारा बनाई जाएगी, यदि कोई शैक्षणिक संस्थान इसकी मांग करता है।
- उन्होंने राज्य के लोगों के लिये उत्तर प्रदेश के वाराणसी में संत कबीर और गुरु रविदास की जन्मस्थली की नि:शुल्क तीर्थयात्रा की घोषणा की। साथ ही राज्य में एक स्वास्थ्य संस्थान या विश्वविद्यालय का नाम संत कबीर के नाम पर रखे जाने की भी घोषणा की।
- उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ‘संत-महापुरुष विचार सम्मान और प्रसार योजना’ शुरू की गई है, जिसके तहत राज्यस्तर पर संतों और महान हस्तियों की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
- राज्य सरकार ने गुरु तेग बहादुर की जयंती, गुरु नानक देव और गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर भी राज्यस्तरीय समारोह का आयोजन किया है। इसी तरह नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती, ‘पराक्रम दिवस’, संत कबीर दास जी की जयंती भी इसी कड़ी का हिस्सा हैं।