हरियाणा
नशामुक्त अभियान की कार्ययोजना लॉन्च करने वाला पहला राज्य बना हरियाणा
- 27 Jun 2022
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चर्चा में क्यों?
26 जून, 2022 को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य को नशामुक्त करने के लिये करनाल की मधुबन पुलिस अकादमी स्थित हर्षवर्धन ऑडीटोरियम में हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में नशामुक्त अभियान की कार्ययोजना को सार्वजनिक कर एक पुस्तिका का विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे में लिप्त हो रहे युवाओं के स्वास्थ्यवर्धन और उनके पुनर्वास के लिये ब्यूरो की यह पहल अनूठी साबित होगी। इस प्लान में नशे से ग्रस्त व्यक्ति की पहचान करके उसे उचित परामर्श और चिकित्सा देकर उसका पुनर्वास किया जाना शामिल है।
- प्लान में ‘प्रयास’ और ‘साथी’ नाम से दो ऐप विकसित किये गए हैं, जो प्रतिबंधित दवाइयों पर अंकुश लगाने का काम करेंगे। साथ ही इसमें ट्रेनिंग का विषय भी जोड़ा गया है।
- उन्होंने बताया कि युवाओं को नशे से दूर रखने और उन्हें रचनात्मक कार्यों, विशेषकर खेलों से जोड़ने के लिये प्रदेश में 1100 खेल नर्सरियाँ बनाई जा रही हैं, इनसे युवाओं में खेलों का रुझान बढ़ेगा और उनमें खेल भावना का सृजन होगा।
- प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिये उक्त एक्शन प्लान के तहत स्कूल, कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में धाकड़ कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। धाकड़ का अर्थ है- हिम्मत वाला व्यक्ति। इस कार्यक्रम के तहत क्लास के पाँच बच्चों का एक ग्रुप बनाया जाएगा, जो सुस्त, एकाकी रहने वाले व चोरी-छिपे नशा करने वाले बच्चे की पहचान करेंगे और उसकी सूचना क्लास टीचर, यानी सीनियर धाकड़ को देंगे। सीनियर धाकड़ सूचना प्राप्त करने के बाद संबंधित प्रिंसिपल/हैड मास्टर को रिपोर्ट करेंगे, जो नोडल धाकड़ कहलाएगा।
- इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन और सुपरविज़न के लिये राज्य, ज़िला, उपमंडल, क्लस्टर और गाँव/वार्ड स्तर पर मिशन टीमें नशे से ग्रस्त व्यक्ति की काउंसिलिंग, उपचार व पुनर्वास के लिये काम करेंगी।