हरियाणा कृषि विकास मेला-2023 | 13 Mar 2023
चर्चा में क्यों?
10-12 मार्च, 2023 तक हरियाणा के हिसार ज़िले में स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में हरियाणा कृषि विकास मेला-2023 का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- हरियाणा कृषि विकास मेला-2023 के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अंडरग्राउंड पाइपलाइन पोर्टल तथा ई-रूपी ऐप लॉन्च किये।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय व शोध संस्थाओं के वैज्ञानिक मिलकर शोध कार्यों के लिये सहयोग करें और नई विधाओं को आगे लेकर आएँ। इसके लिये उन्हें प्रोत्साहन दिया जाएगा, जिससे खेती में जहाँ कृषि लागत कम होगी, वहीं अच्छी उपज होने के साथ-साथ किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी।
- उन्होंने बताया कि पानी के समुचित उपयोग के लिये सूक्ष्म सिंचाई को अपनाने हेतु सरकार किसानों को 85 प्रतिशत तक की सब्सिडी दे रही है। इसके अलावा, बरसाती पानी को वापस ज़मीन में डालने के लिये बोरवेल लगाए जा रहे हैं, जिसमें किसान को केवल 25 हज़ार रुपए देने हैं, बाकी खर्च सरकार वहन करेगी। सरकार पहले चरण में 1 हज़ार रिचार्ज़िग बोरवेल लगाएगी।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में लगभग 80 लाख एकड़ भूमि खेती योग्य है, इस भूमि की एक-एक इंच का विवरण तैयार किया जा रहा है। इसके लिये किसान अपनी फसल का पूरा विवरण ‘मेरी फसल-मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर अपलोड करें। राज्य में किसानों की आय में बढ़ोतरी के लिये एफपीओ गठित किये जा रहे हैं।
- उन्होंने बताया कि हरियाणा पहला प्रदेश है, जो 11 फसलों को एमएसपी पर खरीदता है। ‘भावांतर भरपाई योजना’ के तहत किसानों को एमएसपी और खरीद मूल्य के अंतर को भी किसानों को दिया जा रहा है।
- कार्यक्रम में मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि पहली बार प्रदेश में हरियाणा सरकार ने राजस्थान की सीमा के साथ लगते 300 टेलों, जहाँ पिछले 25 साल से पानी नहीं पहुँचा था, वहाँ भी पानी पहुँचाया है।
- इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल ने बताया कि हर बार कृषि विभाग और हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा 3 दिन का यह मेला आयोजित किया जाता है। अब यह निर्णय लिया गया है कि भविष्य में इस मेले के स्वरूप को बढ़ाने के क्रम में कृषि विभाग, सीआईआई के साथ-साथ आने वाले वक्त में विदेशी विश्वविद्यालय और विदेशी संस्थाओं की भी मेले में भागीदारी होगी।
- उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने किसानों का बजट, जो वर्ष 2014 में 20 से 25,000 करोड़ रुपए था, उसको इस वर्ष छह गुना बढ़ाकर 1,25,000 करोड़ रुपए किया है।
- इस बार के बजट में भी मुख्यमंत्री ने बेसहारा पशुओं की देखभाल के लिये 40 करोड़ रुपए के बजट को 400 करोड़ रुपए बढ़ा दिया है।
- उन्होंने कहा कि हरियाणा में फसल बीमा योजना के तहत लगभग 6000 करोड़ रुपए किसानों को मिले हैं। इसके अलावा, जो किसान फसल बीमा योजना में कवर नहीं थे, उनकी फसल खराब होने पर भी लगभग 4000 करोड़ रुपए मुआवज़ा दिया गया है।