हरि सिंह उत्कृष्ट कृत्रिम गर्भाधानकर्त्ता के रूप में सम्मानित | 28 Nov 2022
चर्चा में क्यों?
26 नवंबर, 2022 को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर कर्नाटक के बेंगलूरु में आयोजित कार्यक्रम में भारत सरकार के पशुपालन राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने राजस्थान के गंगानगर ज़िले के हरी सिंह गोदारा को कृत्रिम गर्भाधान कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये द्वितीय पुरस्कार से नवाजा।
प्रमुख बिंदु
- पशुपालन राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने तीन लाख रुपए के नगद पुरस्कार के साथ शॉल ओढ़ाकर तथा गाय- बछड़े की प्रतिमा के साथ कन्नड़ पगड़ी पहनाकर हरी सिंह गोदारा को सम्मानित किया।
- गौरतलब है कि राष्ट्रीय दुग्ध दिवस को भारत सरकार के पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य विभाग द्वारा ‘राष्ट्रीय गोकुल मिशन’ योजनांतर्गत पशुपालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पशुपालक, कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्त्ता तथा दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को ‘गोपाल रत्न पुरस्कार’से सम्मानित किया गया।
- राजस्थान के गंगानगर ज़िले की सुरतगढ़ तहसील के संघर गाँव के हरी सिंह गोदारा ने वर्ष 2019 में गंगमूल डेयरी द्वारा संचालित साहिवाल वंशावली चयन परियोजना अंतर्गत कृत्रिम गर्भाधानकर्त्ता के रूप में अपनी सेवाएँ प्रारंभ की थीं।
- हरि सिंह द्वारा अब तक 3000 साहिवाल गायों में किये गए कृत्रिम गर्भाधान से 1800 से अधिक बछड़े/बछड़ियों का जन्म हुआ है। 60 प्रतिशत से भी अधिक सफलता दर होने के कारण ही भारत सरकार द्वारा उत्कृष्ट कृत्रिम गर्भाधान कर्त्ता के रूप में हरी सिंह गोदारा को सम्मानित किया गया है। इस संवर्ग में प्रथम स्थान पर ओडिशा के गोपाल राणा तथा तृतीय स्थान पर आंध्र प्रदेश के मच्छेपल्ली रहे।
- विदित है कि किसानों को ये अवार्ड प्रति वर्ष तीन समूहों [स्वदेशी मवेशी/भैंस की नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी/दुग्ध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन पुरस्कार] में दिया जाता है।
- प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के लिये यह पुरस्कार मिलता है। प्रथम पुरस्कार के तौर पर 5 लाख रुपए की धनराशि, वहीं, द्वितीय स्थान पाने वाले को तीन लाख रुपए की धनराशि तथा तृतीय स्थान वाले को दो लाख रुपए की धनराशि प्रदान की जाती है।