हरेला महोत्सव 2024 | 19 Jul 2024

चर्चा में क्यों?

हरेला एक हिंदू त्योहार है जो उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों, विशेषकर कुमाऊँ क्षेत्र में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

मुख्य बिंदु

  • हिंदू चंद्र-सौर कैलेंडर के अनुसार, हरेला श्रावण मास के पहले दिन पड़ता है, जो मानसून के मौसम की शुरुआत और नई फसलों की बुवाई का प्रतीक है।
    • यह राज्य की कृषि के लिये एक महत्त्वपूर्ण समय है, क्योंकि यह "हरेला" का प्रतीक है, जो कुमाऊँनी शब्द "हरियाला" से लिया गया है, जिसका अर्थ है "हरियाली का दिन", ऐसा माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति कुमाऊँ क्षेत्र से हुई थी।
  • यह त्योहार भगवान शिव और देवी पार्वती के बीच विवाह के औपचारिक उत्सव से जुड़ा हुआ है।
    • हरियाली या रिहायली का त्योहार हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, शिमला, सिरमौर और जुब्बल तथा किन्नौर क्षेत्रों के दख्रैन में मनाया जाता है, जहाँ लोग अच्छी फसल एवं समृद्धि की प्रार्थना करते हैं।
    • यह अवसर किसानों के लिये शुभ माना जाता है, क्योंकि यह उनके खेतों में बुवाई के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है।