हरियाणा
गुरुग्राम मेट्रो ने वर्ष 2022-23 में जनवरी तक कुल 34.24 करोड़ रुपए का राजस्व किया अर्जित
- 27 Feb 2023
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चर्चा में क्यों?
24 फरवरी, 2023 को हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल, जो एचएमआरटीसी के अध्यक्ष भी हैं, ने हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचएमआरटीसी) के निदेशक मंडल की 51वीं बैठक के दौरान बताया कि गुरुग्राम मेट्रो ने पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले वर्ष 2022-23 में जनवरी तक कुल 34.24 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि वर्ष 2021-22 की जनवरी की अवधि तक 6.78 करोड़ का लाभ हुआ था, जो 405 प्रतिशत सुधार दर्शाता है।
- उन्होंने बताया कि सवारियों के साथ-साथ अन्य वाणिज्यिक और विपणन गतिविधियों में वृद्धि के कारण राजस्व में वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष 8500 यात्री प्रतिदिन की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में दैनिक यात्रियों की संख्या भी 42000 प्रतिदिन हो गई है।
- मुख्य सचिव ने एचएमआरटीसी के पिछले दस महीनों के राजस्व प्रदर्शन को देखते हुए और यात्रियों को अंतिम मील कनेक्टिविटी प्रदान करके यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी करने तथा पार्किंग स्थल विकसित करके, विज्ञापन साइट की नीलामी/निविदा व किराया आदि के माध्यम से अतिरिक्त राजस्व जुटाने के लिये नए तरीके और साधन खोजने के लिये एक समिति गठित करने के भी निर्देश दिये।
- उन्होंने बताया कि बोर्ड ने एचएमआरटीसी द्वारा राजीव चौक से पंचगाँव तक मेट्रो कनेक्टिविटी की परियोजना को भी मंजूरी दी गई। 20 स्टेशनों के साथ एमआरटीएस की कुल लंबाई लगभग 35 किलोमीटर होगी।
- बैठक में बताया गया कि हुडा सिटी सेंटर से साइबर सिटी, गुरुग्राम तक 28.5 किलोमीटर लंबी मेट्रो परियोजना को भी पीएम गति शक्ति परियोजनाओं में शामिल किया गया है। यह परियोजना पहले से ही पीआईबी द्वारा अनुमोदित है और अब अंतिम अनुमोदन के लिये आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) के पास है।
- संजीव कौशल ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के साथ फरीदाबाद और गुरुग्राम के बीच मेट्रो कनेक्टिविटी को डबल डेकर वाया-डक्ट के लिये भी विचार किया जाएगा तथा एनसीटी दिल्ली सरकार से सराय-काले-खाँ (एसकेके)-शाहजहाँपुर-नीमराना-बहरोड़ (एसएनबी) और सराय-काले-खाँ (एसकेके)-पानीपत आरआरटीएस कॉरिडोर की डीपीआर की मंजूरी देने का अनुरोध किया जाएगा।
- ये परियोजनाएँ दैनिक यात्रियों के साथ-साथ आम जनता को कुशल और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन प्रणाली प्रदान करेंगी। इससे गुरुग्राम और इसके आस-पास के क्षेत्र में व्यावसायिक विकास को भी गति मिलेगी।