नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

State PCS Current Affairs


मध्य प्रदेश

पन्ना टाइगर रिज़र्व में हुई गिद्धों की जीपीएस टैगिंग

  • 09 Mar 2022
  • 3 min read

चर्चा में क्यों?

8 मार्च, 2022 को पन्ना टाइगर रिज़र्व के क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदेश में पन्ना टाइगर रिज़र्व में गिद्धों के व्यवहार और रहवास के मामले में प्रामाणिक जानकारी जुटाने में देश में पहली बार अनूठी पहल हुई है। यहाँ गिद्धों को पकड़कर जीपीएस टैगिंग की जा रही है।

प्रमुख बिंदु 

  • पन्ना टाइगर रिज़र्व में गिद्धों पर जीपीएस टैगिंग का कार्य पन्ना टाइगर रिज़र्व और भारतीय वन्य जीव संस्थान, देहरादून के शोधकर्त्ता की टीम द्वारा 2020-21 एवं 2021-22 में सर्दियों के दौरान किया गया।
  • पन्ना टाइगर रिज़र्व में उपलब्ध 25 गिद्धों को सौर ऊर्जा चलित जीपीएस उपकरणों से टैग किया गया है। इसमें 3D त्वरण सेंसर शामिल हैं। जीपीएस टैग डेटा उपग्रह के माध्यम से ट्रैक किया जा रहा है। 
  • गिद्ध टेलीमेट्री परियोजना की यह बड़ी उपलब्धि है। गिद्ध टैगिंग भारत के ओल्ड वर्ल्ड गिद्धों के विलुप्त होने से रोकने और संरक्षण की सुनियोजित पहल है।
  • इस अनूठी पहल से अब तक 14 गिद्ध प्रजातियों को 24 देशों में टैग कर अध्ययन किया गया है। इसमें कोई भी भारत से नहीं है। भारत में गिद्धों की 9 प्रजातियाँ हैं। गिद्ध प्रजाति के संरक्षण में प्रदेश को अच्छे परिणाम मिले हैं। वर्ष 2021 में गिद्धों की संख्या बढ़कर 9446 हो गई है।
  • भारत में उपलब्ध गिद्धों की 9 प्रजातियों में से 3 प्रजाति संकटग्रस्त है। इनमें से 7 प्रजाति पन्ना टाइगर रिज़र्व में उपलब्ध हैं। इनमें घ्हिमालयन ग्रिफॉन, यूरेशियन ग्रिफॉन और सिनरस जैसी प्रवासी प्रजातियाँ और भारतीय लंबी चोंच वाला गिद्ध, सफेद पीठ वाला राज गिद्ध और इजिप्सियन गिद्ध जैसी प्रवासी प्रजातियाँ शामिल हैं।
  • उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दशकों में गिद्धों की संख्या में भारी कमी आई है। गिद्धों के संरक्षण के प्रयास देश भर में तकरीबन 10-12 वर्ष पहले से शुरू हुए और टेलीमेट्री आधारित परियोजना इस दिशा में सार्थक कदम है। 
  • जीपीएस टैगिंग के माध्यम से गिद्धों के आने-जाने, प्रवास के मार्ग की जानकारी और रहवास आदि की महत्त्वपूर्ण जानकारी मिलती है। इससे गिद्धों का वैज्ञानिक प्रबंधन सुनिश्चित हो सकेगा।
  • इस व्यवस्था में जीपीएस टैगिंग के साथ गिद्धों के स्वास्थ्य परीक्षण में खून के नमूने लिये गए हैं। इससे गिद्धों के स्वास्थ्य का स्टेटस पता चल सकेगा। गिद्धों की यह जानकारियाँ भविष्य में गिद्धों के प्रबंधन की नीतियाँ बनाने में अहम साबित होंगी।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow