अब चौरीचौरा नाम से जाना जाएगा गोरखपुर का मुंडेरा बाज़ार नगर पंचायत | 28 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
27 दिसंबर, 2022 को गोरखपुर के एसडीएम शिवम सिंह ने बताया कि गोरखपुर के मुंडेरा बाज़ार नगर पंचायत का नाम जल्द ही चौरीचौरा हो जाएगा। शासन के प्रस्ताव पर निर्णय लेते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नाम परिवर्तन को लेकर अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया है।
प्रमुख बिंदु
- एसडीएम शिवम सिंह ने बताया कि जंग-ए-आजादी के इतिहास में चौरीचौरा का नाम अमिट है। अंग्रेजी हुकूमत की ज्यादतियों के खिलाफ चौरीचौरा में हुए प्रतिशोध के शताब्दी वर्ष के दौरान ही इस ऐतिहासिक स्थल से जुड़े तथ्यों को दुरुस्त करने का अभियान शुरू किया गया है।
- उन्होंने बताया कि तहसील और थाने का नाम तो पहले से ही चौरीचौरा है। पहले विधानसभा क्षेत्र का नाम मुंडेरा बाजार था। वर्ष 2012 के चुनाव से पहले इस विधानसभा क्षेत्र का नाम भी चौरीचौरा कर दिया गया। मुख्य बाजार मुंडेरा बाजार होने के कारण नगर पंचायत का नाम अभी तक मुंडेरा बाजार ही रह गया।
- गौरतलब है कि तत्कालीन डीएम के. विजयेंद्र पांडियन ने मुंडेरा बाजार नगर पंचायत का नाम बदलकर चौरीचौरा नगर पंचायत करने के लिये शासन को प्रस्ताव भेजा था। प्रशासन के प्रस्ताव पर शासन ने गृह मंत्रालय को एनओसी के लिये प्रस्ताव भेज दिया था।
- एसडीएम शिवम सिंह ने बताया कि मुंडेरा बाजार एक बाजार है जो चौरीचौरा में समाहित है। पहले सिर्फ मुंडेरा बाजार के मतदाता थे और कुल 11 वार्ड थे। चुनाव से पूर्व विस्तारित क्षेत्र में भोपा बाजार, राघोपुर, चौरा, भगवानपुर, बाल बुजुर्ग गाँव भी सम्मिलित होने से अब 16 वार्ड और कुल मतदाताओं की संख्या 26 हज़ार हो गई है।