गोकुला जाट | 01 Feb 2022

चर्चा में क्यों?

31 जनवरी, 2022 को किरावली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में वीर योद्धा गोकुला जाट के योगदान का उल्लेख किया।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि 1669-70 में, मथुरा क्षेत्र के जाटों ने स्थानीय जमींदार गोकुला के नेतृत्व में विद्रोह किया था। इस विद्रोह के पीछे धर्म मुख्य कारक था, क्योंकि शाही मुगल सरकार के स्थानीय अधिकारी अब्दुल नबी ने हिंदुओं के मंदिरों को नष्ट कर दिया था और उनकी महिलाओं का अपमान किया था।
  • जाट विद्रोह उस समय हुआ, जब मुगल सरकार किसी भी तरह से कमजोर या निर्बल नहीं थी। मुगल सेना ने जाटों का पीछा किया और नेता गोकुल को पकड़कर मार डाला गया। इसके बावजूद विद्रोह को पूरी तरह से दबाया नहीं जा सका।
  • विदित हो कि स्थानीय ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के योगदानो के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से सार्वजनिक स्थलों, भवनों एवं सड़कों आदि का नामकरण उन व्यक्तित्वों के नाम पर किया जा रहा है। इसी संदर्भ में गोकुला जाट के नाम पर किरावली में एक सड़क व चौक का भी नामकरण किया गया है।