मध्य प्रदेश
‘मिलावट से मुक्ति अभियान’ के तहत दूध टेस्टिंग की सुविधा
- 07 Mar 2022
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चर्चा में क्यों?
6 मार्च, 2022 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जन्म-दिवस पर एमपी स्टेट को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड द्वारा प्रदेश में 1600 साँची मिल्क पार्लर पर ‘मिलावट से मुक्ति अभियान’ में दूध टेस्टिंग की सुविधा का शुभारंभ किया गया।
प्रमुख बिंदु
- दूध में मिलावट की जाँच के लिये सभी साँची पार्लर्स पर टेस्टिंग किट उपलब्ध कराई गई है। टेस्टिंग किट में यूरिया, डिटर्जेंट/साबुन, माल्टोज़, ग्लूकोज़, सुक्रोज़ की जाँच करने की स्ट्रिप उपलब्ध कराई गई है, जिससे उपभोक्ता तुरंत ही दूध में मिलावट की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने 11 नवंबर, 2020 को राजधानी भोपाल से प्रदेश में ‘मिलावट से मुक्ति अभियान’ की शुरुआत की थी।
- इस अभियान के तहत वर्तमान में 15 चलित प्रयोगशालाएँ चलाई जा रही हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने 8 फरवरी, 2022 को छिंदवाड़ा, नीमच और भिंड के लिये तीन नई चलित प्रयोगशालाओं की सौगात दी थी।
- इन चलित प्रयोगशालाओं में नागरिक 10 रुपए के शुल्क में आसानी से खाद्य पदार्थों की जाँच करा सकते हैं।