109 वर्षों बाद स्वतंत्रता सेनानी का अंतिम संस्कार | 05 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
4 फरवरी, 2022 को स्वतंत्रता सेनानी लागुड़ नगेसिया की अस्थियों का 109 वर्षों बाद छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में सामरी में ससम्मान अंतिम संस्कार किया गया।
प्रमुख बिंदु
- बलरामपुर जिला स्थित राजेंद्रपुर के कुसमी ब्लॉक के लागुड़ नगेसिया ने बिगुड़ (बिगु बनिया) और थीथिर उराँव के साथ मिलकर वर्ष 1913 में अंग्रेजों के लिये काम करने वाले कई लोगों को मार डाला था।
- इस घटना के उपरांत थीथिर उराँव को ब्रिटिश आर्मी के घुड़सवार दल द्वारा तथा बिगुड़ और लागुड़ को गर्म तेल में डालकर मार डाला गया।
- इनमें से लागुड़ नगेसिया के कंकाल को अंबिकापुर के तत्कालीन एडवर्ड स्कूल (वर्तमान मल्टीपरपज स्कूल) में विज्ञान के विद्यार्थियों को पढ़ाने के नाम पर रख दिया गया था, जो अब तक वहीं पर रखा हुआ था।
- स्वतंत्रता सेनानी लागुड़-बिगुड़ की कहानी सरगुजा क्षेत्र में लागुड़ किसान और बिगुड़ बनिया के रूप में आज भी प्रसिद्ध है।