मध्य प्रदेश
लोक नर्तक राम सहाय पांडे
- 09 Apr 2025
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चर्चा में क्यों?
8 अप्रैल, 2025 को पद्मश्री से सम्मानित लोक नृत्य कलाकार राम सहाय पांडे का मध्य प्रदेश के सागर ज़िले में निधन हो गया।
मुख्य बिंदु
- राम सहाय पांडे के बारे में:
- उनका जन्म 11 मार्च 1933 को सागर ज़िले के मड़धार पठा गाँव में हुआ था।
- वे एक कृषक ब्राह्मण परिवार से थे और चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे।
- उन्होंने राई नृत्य को सम्मानित कला के रूप में स्थापित किया। उन्होंने राई नृत्य को 24 देशों में पहचान दिलाई और बुंदेलखंडी लोक नृत्य नाट्य कला परिषद की स्थापना की।
- वर्ष 2022 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
- इसके अलावा, वर्ष 1980 में उन्हें 'नृत्य शिरोमणि' की उपाधि से नवाजा गया।
राई नृत्य
- राई नृत्य बुंदेलखंड का सबसे प्रसिद्ध नृत्य है।
- यह नृत्य विशेष रूप से विवाह और जन्म उत्सव जैसे विशेष अवसरों पर किया जाता है।
- इसमें पुरुष और महिलाएँ दोनों नाचते हैं। राई नृत्य करने वाली महिलाओं को बेड़नियाँ और पुरुषों को मृदंगधारी कहते हैं।
- महिलाएँ पैरों में घुंघरू बाँधकर और सज-धज कर मृदंग की थाप पर नाचती हैं। इस दौरान पुरुष और महिलाएँ देशी स्वांग भी गाते हैं।
- राई नृत्य न केवल सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखता है, बल्कि इसमें छिपी लोक कला और परंपराओं को भी प्रकट करता है, जो बुंदेलखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की प्रतीक हैं।
- मध्य प्रदेश में बेदिया जनजाति इस लोक नृत्य को करती है।
- वैश्य समुदाय में बच्चे के जन्म के अवसर पर यह अहीर जनजाति की महिलाओं द्वारा भी किया जाता है।