उत्तर प्रदेश
जेवर हवाई अड्डे पर पहली वैलिडेशन फ्लाइट की लैंडिंग
- 11 Dec 2024
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (NIA) ने एक बड़ी उपलब्धि प्राप्त की, जब इसकी पहली सत्यापन उड़ान सफलतापूर्वक उतरी, जिससे यह परिचालन तत्परता के और समीप पहुँच गया।
मुख्य बिंदु
- सत्यापन उड़ान की सफल लैंडिंग:
- सत्यापन उड़ान इंडिगो द्वारा संचालित की गई थी।
- परियोजना की प्रगति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिये साइट श्रमिकों की विशेष सराहना की गई।
- उड़ान के उद्देश्य:
- उड़ान ने हवाई अड्डे की पहुँच और प्रस्थान प्रक्रियाओं, नेविगेशनल सहायता और हवाई यातायात नियंत्रण प्रणालियों की सटीकता का परीक्षण और पुष्टि की।
- मंत्रिस्तरीय टिप्पणियाँ और दृष्टिकोण:
- केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने टीम के प्रयासों की सराहना की और इस बात पर ज़ोर दिया:
- इस हवाई अड्डे में हवाई यात्रा और क्षेत्रीय संपर्क को बदलने की क्षमता है।
- इसका डिज़ाइन उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।
- वर्ष 2025 में इसके खुलने पर टर्मिनल की क्षमता प्रतिवर्ष 12 मिलियन यात्रियों की होगी।
- इस विकास के साथ, उत्तर प्रदेश का 17वाँ परिचालन हवाई अड्डा होगा।
- केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने टीम के प्रयासों की सराहना की और इस बात पर ज़ोर दिया:
- स्थिरता पर ध्यान:
- मंत्री ने निम्नलिखित के माध्यम से स्थिरता पर ज़ोर दिया:
- हवाई अड्डे को बिजली प्रदान करने के लिये सौर ऊर्जा का उपयोग।
- पर्यावरण अनुकूल बुनियादी ढाँचे का विकास सरकारी प्राथमिकताओं के अनुरूप।
- मंत्री ने निम्नलिखित के माध्यम से स्थिरता पर ज़ोर दिया:
- आर्थिक एवं विकासात्मक प्रभाव:
- इस परियोजना से हज़ारों नौकरियाँ उत्पन्न होने की आशा है।
- इसके पूरा होने पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलने और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलने तथा एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डे के रूप में कार्य करने की भी आशा है।
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (NIA)
- जेवर स्थित नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को देश के पहले ट्रांजिट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है तथा इसे भारत में पहली बार एशिया-प्रशांत ट्रांजिट हब के रूप में विकसित करने की आकांक्षा है।
- इसे स्विट्ज़रलैंड के ज्यूरिख हवाई अड्डे के मॉडल के आधार पर विकसित किया गया है, जिसका लक्ष्य यात्री और उड़ान संचालन क्षमताओं को विश्व स्तरीय मानकों तक बढ़ाना है।
- ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का निर्माण पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर ज़िले के जेवर क्षेत्र में किया जा रहा है।
- यह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दूसरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।