नीलम नीरद सहित झारखंड की 4 महिलाओं को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय का फेलोशिप | 28 Jul 2023
चर्चा में क्यों?
27 जुलाई, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार जादोपटिया चित्रकार नीलम नीरद सहित झारखंड के चार संस्कृति कर्मियों को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय का वर्ष 2020-21 का फेलोशिप अवॉर्ड मिला है।
प्रमुख बिंदु
- जादोपटिया चित्रकार नीलम नीरद सहित झारखंड के तीन संस्कृति कर्मियों को वर्ष 2020-21 का सीनियर फेलोशिप अवॉर्ड मिला है, जबकि इसी वर्ष के जूनियर फेलोशिप अवॉर्ड के लिये राज्य से एक कलाकार का चयन किया गया है।
- यह बड़ा इत्तेफाक है कि इस वर्ष के लिये झारखंड से जिन चार नामों को सीनियर और जूनियर फेलोशिप अवॉर्ड के लिये चुना गया, वे सभी महिलाएँ हैं।
- दुमका की नीलम नीरद को जनजातीय चित्रकला, राँची की सीमा देवी को लोकगीत और राँची की ही मोनिता सिन्हा को थियेटर के लिये सीनियर फेलोशिप तथा बोकारो की आकांक्षा प्रियदशिर्नी को छऊ नृत्य के लिये जूनियर फेलोशिप अवॉर्ड के लिये चुना गया है।
- यह फेलोशिप अवॉर्ड संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विशिष्ट कला-साधकों को दिया जाता है, जिसका चयन राष्ट्रीय स्तर पर होता है। यह फेलोशिप दो वर्ष के लिये मिलता है, जिसे योजना के अनुसार छह माह का अतिरिक्त विस्तार दिये जाने का भी प्रावधान है।
- नीलम नीरद जनजातीय जादोपटिया चित्रकला की प्रख्यात कलाकार हैं। इनकी कलाकृतियाँ राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनियों में सराही गई हैं। ये सम्मानित भी होती रही हैं।
- जादोपटिया चित्रकला का संबंध संताल जनजाति से है। इस शैली के चित्र कागज और कपड़े के लंबवत् पट (स्क्रॉल) पर बनाये जाते हैं। प्रत्येक पट के अलग अलग विषय होते हैं और एक पट पर 16 से 32 चित्र तक होते हैं। इन्हें प्राकृतिक रंगों से बनाया जाता है और पारंपरिक कलाकार इसे दिखाते समय गीत भी गाता है, जिसमें चित्रों की कथा का वर्णन होता है।
- नीलम नीरद ने इसके वंशानुगत कलाकारों से सीख कर इस चित्रकला शैली को आगे बढ़ा रही हैं और इसमें कई प्रयोग भी उन्होंने किये हैं।