छत्तीसगढ़
कृषक सम्मेलन एवं सम्मान समारोह
- 07 Dec 2021
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चर्चा में क्यों
6 दिसंबर, 2021 को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृषक सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने इस मौके पर राज्य के प्रगतिशील कृषकों एवं कृषि उत्पाद व व्यवसाय से जुड़े स्व-सहायता समूहों और संस्थाओं को उनके उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिये प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार राशि का चेक भेंटकर सम्मानित किया।
- मुख्यमंत्री ने समारोह में मोस्ट इनोवेटिव एप ई-हाट के लिये इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. एस.एस. सेगर, डॉ. आर.आर. सक्सेना और वैज्ञानिक अभिजीत कौशिक को सम्मानित किया।
- बेस्ट फार्मिंग प्रोड्यूस के लिये धमतरी ज़िले के विकासखंड कुरूद के ग्राम धुमा के किसान लीलाराम साहू, बेस्ट ऑर्गेनिक फार्मर के रूप में बेमेतरा ज़िले के विकासखंड बेरला के ग्राम खुड़मुड़ा के किसान खेदु राम बंजारे, बेस्ट एग्रीकल्चर रिसर्च के लिये कृषि विज्ञान केंद्र कोरिया-निदेशक विस्तार सेवाएँ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय डॉ. आर.के. बाजपेयी, कृषि वैज्ञानिक बेमेतरा डॉ. आर.एस. राजपूत और कृषि वैज्ञानिक कोरिया केशवचंद राजहंस को सम्मानित किया।
- मुख्यमंत्री द्वारा समारोह में बेस्ट डेयरी फार्मिंग के लिये राजनांदगाँव ज़िले के विकासखंड छुईखदान के ग्राम नर्मदा (चकनार) की वहिदा बेगम को तथा बेस्ट पोल्ट्री फार्मिंग के लिये सुकमा ज़िले के ग्राम गोठान रामापुरम की गायत्री महिला स्व-सहायता समूह को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया।
- इसी प्रकार बेस्ट फॉरेस्ट प्रोड्यूस हेतु कोरबा ज़िले की सरोज पटेल हरिबोल स्व-सहायता समूह डोंगानाला को तथा बेस्ट वाटर कंजरवेशन एफर्ट हेतु कोंडागांव ज़िले के विकासखंड बड़ेराजपुर के ग्राम मंडोकी खरगाँव के विजय मंडावी को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया।
- बेस्ट मेन्यूर प्रोडक्शन के लिये रायगढ़ ज़िले के बरमकेला की स्व-सहायता समूह हिर्री, बेस्ट मार्केटिंग ऑफ प्रोड्यूस के लिये बस्तर ज़िले के भुमगादी महिला कृषक उत्पादक कंपनी हरिहर, बस्तर बाज़ार, जगदलपुर और उद्यानिकी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये रायपुर के कृषक अभिषेक चावड़ा को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में एक रुपए किलो की दर से 65 लाख परिवारों को हर महीने 35 किलोग्राम चावल का वितरण किया जा रहा है।
- राज्य में तेंदूपत्ता संग्राहकों को 25 सौ रुपए से बढ़ाकर 4 हज़ार रुपए प्रति मानक बोरा के संग्रहण दर का भुगतान किया जा रहा है। राज्य में प्रतिवर्ष 600 करोड़ रुपए तेंदूपत्ता संग्राहकों को भुगतान किया जा रहा है। लघुवनोपज की खरीदी भी 7 से बढ़ाकर 52 कर दी है, साथ ही इसका वैल्यू एडिशन भी किया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि, किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य दिलाने, फसल उत्पादकता बढ़ाने एवं फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करने के लिये ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ को शुरू किया गया है। इसके तहत किसानों को आदान सहायता राशि प्रदान की जा रही है।