प्रदेश में होगी स्टेम सेल थेरैपी आधारित बोनमेरो ट्रांसप्लांट एवं पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट की स्थापना | 02 Apr 2022
चर्चा में क्यों?
1 अप्रैल, 2022 को मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने बताया कि प्रदेश में स्टेम सेल थेरैपी आधारित बोनमेरो ट्रांसप्लांट एवं पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट की स्थापना की जाएगी।
प्रमुख बिंदु
- बोनमेरो ट्रांसप्लांट एवं पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट की स्थापना मध्य प्रदेश के चार मेडिकल कॉलेज भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और रीवा में की जाएगी।
- प्रदेश में बच्चों की जेनेटिक बीमारियाँ, जैसे- सिकल सेल एनीमिया, एप्लास्टिक एनीमिया, थैलीसीमिया तथा कैंसर जैसे- ल्यूकीमिया, मल्टीपल माईलोमा, नॉन हॉजकिंस लिंफोमा के उपचार के लिये बोनमेरो ट्रांसप्लांट यूनिट की स्थापना की जाएगी।
- प्रथम चरण में गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में 6 बिस्तरीय बोनमेरो ट्रांसप्लांट यूनिट एवं 24 बिस्तरीय पीडियाट्रिक कैंसर यूनिट की स्थापना की जाएगी।
- इस यूनिट के माध्यम से विश्वस्तरीय चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें स्वयं के (ऑटोलॉगस) स्टेम सेल ग्राफ्टिंग एवं अन्य व्यक्ति के (एलोजेनिक) बोनमेरो ट्रांसप्लांट किया जाएगा।
- बच्चों में सिकल सेल एनीमिया, एप्लास्टिक एनीमिया एवं थैलीसीमिया जैसी जेनेटिक बीमारियों के कारण बच्चों के संक्रमित बोनमेरो को निकालकर दूसरे व्यक्ति का स्वस्थ बोनमेरो ट्रांसप्लांट किया जाएगा।
- पीड़ित बच्चों के बोनमेरो को ट्रांसप्लांट करने के लिये प्राथमिक डोनर बच्चों के भाई-बहन होते हैं, जिनका बोनमेरो मैच करने की संभावना 25 प्रतिशत से अधिक होती है।
- कैंसर जैसे ल्यूकीमिया, मल्टीपल माईलोमा, नॉन हॉजकिंस लिंफोमा से पीड़ित मरीज़ों में उनके ही स्टेम सेल को निकालकर ऑटोलॉगस स्टेम सेल ट्रांसप्लांट किया जाएगा। पीड़ित मरीज़ के ही स्टेम सेल को निकालकर उसको क्रायो प्रिज़र्व किया जाएगा। फिर ऑटोलॉगस ट्रांसप्लांट की जाएगी।