उत्तराखंड
इक्विन इन्फ्लूएंजा
- 08 Apr 2025
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चर्चा में क्यों?
रुद्रप्रयाग के दो गाँवों में घोड़ों और खच्चरों में इक्विन इन्फ्लूएंजा का पता चलने के बाद, उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा से पहले इसके प्रसार को रोकने के लिये कदम उठाने शुरू कर दिये हैं।
मुख्य बिंदु
- इक्विन इन्फ्लूएंजा: जिसे आमतौर पर "हॉर्स फ्लू" के नाम से जाना जाता है, घोड़ों को प्रभावित करने वाली एक तेज़ी से फैलने वाली श्वसन संबंधी बीमारी है।
- यह रोग मुख्यतः इन्फ्लूएंजा ए वायरस के दो उपप्रकारों H3N8 और H7N7 के कारण होता है।
- यह वायरस संक्रमित पशुओं या दूषित वातावरण के सीधे संपर्क से तेज़ी से फैलता है।
- यद्यपि इक्विन इन्फ्लूएंजा कभी- कभी ही घातक होता है, फिर भी यह गंभीर जटिलताओं को जन्म दे सकता है, विशेष रूप से युवा घोड़ों में, जिसमें द्वितीयक जीवाणु संक्रमण और दीर्घकालिक श्वसन संबंधी समस्याएं शामिल हैं।
- यह रोग मुख्यतः इन्फ्लूएंजा ए वायरस के दो उपप्रकारों H3N8 और H7N7 के कारण होता है।
- सरकारी प्रतिक्रिया और कार्य योजना:
- उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रा सीजन के दौरान बीमारी को फैलने से रोकने के लिये रोकथाम के उपाय शुरू किये हैं।
- राज्य के पशुपालन मंत्री ने स्थिति का आकलन करने और प्रतिक्रिया हेतु मार्गदर्शन हेतु एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
- मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यात्रा में भाग लेने की अनुमति देने से पहले सभी घोड़ों और खच्चरों की जाँच को प्राथमिकता दी जाए।
- अन्य राज्यों से उत्तराखंड में प्रवेश करने वाले घोड़ों और खच्चरों को वैध स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र और नकारात्मक इक्विन इन्फ्लूएंजा परीक्षण रिपोर्ट साथ लानी होगी।
- चार धाम यात्रा कार्यक्रम 2025:
- चार धाम यात्रा 30 अप्रैल 2025 को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू होगी ।
- केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खुलेंगे और उसके बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे।
चार धाम यात्रा
- यमुनोत्री धाम:
- स्थान: उत्तरकाशी जिला।
- समर्पित: देवी यमुना को।
- यमुना नदी भारत में गंगा नदी के बाद दूसरी सबसे पवित्र नदी मानी जाती है।
- गंगोत्री धाम:
- स्थान: उत्तरकाशी जिला।
- समर्पित: देवी गंगा को।
- सभी भारतीय नदियों में सबसे पवित्र मानी जाती है।
- केदारनाथ धाम:
- स्थान: रुद्रप्रयाग जिला।
- समर्पित: भगवान शिव को।
- मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है।
- भारत में स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों (भगवान शिव के दिव्य स्वरूप) में से एक।
- बद्रीनाथ धाम:
- स्थान: चमोली जिला।
- पवित्र बद्रीनारायण मंदिर का घर।
- समर्पित: भगवान विष्णु को।
- वैष्णवों के लिये पवित्र तीर्थस्थलों में से एक।