उत्तराखंड की चार नदियों में पाँच साल खनन कार्य के लिये पर्यावरणीय स्वीकृति | 24 Feb 2023
चर्चा में क्यों?
23 फरवरी, 2023 को मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुरोध पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने उत्तराखंड की चार प्रमुख नदियों में अगले पाँच साल के लिये नवीकरण को मंजूरी दे दी है।
प्रमुख बिंदु
- उत्तराखंड में कुमाऊँ मंडल की चार प्रमुख नदियों गौला, शारदा, दाबका और कोसी में अगले पाँच साल तक खनन कार्य के लिये पर्यावरणीय स्वीकृति मिल गई है। इससे नदियों से खनन सामग्री तो मिलेगी ही, साथ ही इस कारोबार से जुड़े 50 हज़ार स्थानीय लोगों व श्रमिकों को रोज़गार भी मिलेगा।
- गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पिछले दिनों जब दिल्ली में थे तब उन्होंने यह मसला केंद्रीय मंत्री के समक्ष उठाया था। मुख्यमंत्री के मुताबिक, सिविल निर्माण कार्यों, धार्मिक व सामरिक रूप से आवश्यक सड़क और रेल नेटवर्क का विस्तार जैसे अति महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे के विकास के लिये बेहद जरूरी है। इन नदियों से आरबीएम की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
- गौला नदी
- कुमाऊँ में सोने की खान कहे जाने वाली गौला नदी एक हिमालयी नदी है जो भारत में बहती है। इस नदी का स्रोत पहाड़पानी है और अंतिम बिंदु किच्छा है। इस नदी की लंबाई लगभग 103 किमी. है।
- गौला नदी उत्तराखंड में सातताल झील से निकलती है। यह काठगोदाम, हल्द्वानी और शाही से होकर बहती है। फिर यह गंगा की एक सहायक नदी रामगंगा नदी में मिल जाती है।
- मिट्टी के कटाव और वनों की कटाई के परिणामस्वरूप गौला जलग्रहण कई भूस्खलन से प्रभावित हुआ है। साथ ही, पिछले कुछ वर्षों में झरनों के पानी और समग्र वर्षा में कमी आई है, जिससे इसका प्रवाह कम हो गया है। हल्द्वानी के पास मैदान से टकराने के बाद गौला नदी का तल अत्यधिक उत्खनन के कारण मिट्टी के कटाव का सामना कर रहा है।
- शारदा नदी
- शारदा नदी एक हिमालयी नदी है जो ‘काली नदी’, ‘कुटियांगडी’या ‘महाकाली नदी’के रूप में भी जाना जाता है। यह उत्तराखंड से होकर बहती है।
- शारदा नदी का पारंपरिक स्रोत उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले में लिपमपियाधुरा है, जो समुद्र तल से 3,600 मीटर (लगभग 11,800 फीट) ऊपर है।
- इस नदी की लंबाई 252 किमी. और बेसिन क्षेत्र 18,140 वर्ग किमी. है। काली नदी महाकाली नदी की मुख्य धारा है।
- कोशी नदी
- कोशी नदी, जिसे कोसी या कौशिकी भी कहा जाता है, उत्तर भारत की प्रमुख तथा पवित्र नदियों में से एक हैं। स्कंदपुराण के मानसखंड में इस नदी का उल्लेख कौशिकी के नाम से हुआ है।
- यह उत्तराखंड के कुमांऊॅँ क्षेत्र की एक महत्त्वपूर्ण नदी है। यह रामगंगा की सहायक नदी है। नदी के तट पर कैर तथा शीशम के जंगल पाए जाते हैं।
- कोशी नदी की लंबाई 168 किमी. है तथा इसका अपवाह क्षेत्र लगभग 346 वर्ग किमी. क्षेत्र में फैला है।
- दाबका नदी
- दाबका नदी उत्तराखंड में एक धारा है और इसकी ऊँचाई 1,100 मीटर है।
- कोसी नदी के पूर्व में प्रवाहित यह नदी नैनीताल के गरमपानी नामक स्थान के पश्चिम से निकलकर नैनीताल तथा ऊधम सिंह नगर में बहते हुए बाजपुर के पास राज्य से बाहर निकल जाती है।