झारखंड
प्रसिद्ध रजरप्पा मंदिर में बलि चढ़े बकरों से बनेगी बिजली
- 13 Dec 2021
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चर्चा में क्यों?
12 दिसंबर, 2021 को झारखंड राज्य के रामगढ़ ज़िले की उपायुक्त माधवी मिश्रा ने ज़िले के प्रसिद्ध रजरप्पा के माँ छिन्नमस्तिका मंदिर में बलि चढ़ाए गए बकरों से बिजली बनाने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- रजरप्पा के माँ छिन्नमस्तिका मंदिर में बलि चढ़े बकरों के बेकार हिस्सों का इस्तेमाल कर बिजली बनाने के लिये मंदिर परिसर में एक संयत्र लगाया जाएगा, जो एक वर्ष में काम करने लगेगा।
- उल्लेखनीय है कि भैरवी और दामोदर नदी के संगम पर स्थित रजरप्पा मंदिर देश-विदेश में एक सिद्धपीठ के रूप में प्रसिद्ध है। यहाँ श्रद्धालु मन्नत पूरी होने पर बकरे की बलि चढ़ाते हैं। रोज़ाना करीब 150 बकरों की बलि दी जाती है।
- सरकार मंदिर की सुविधाएँ विश्वस्तरीय बनाने में जुटी है। इसी के तहत यहाँ बकरों की बलि, चढ़ने वाले फूलों के प्रबंधन को लेकर नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी है।
- बिजली बनाने के लिये मंदिर परिसर में मिथिनेशन प्लांट लगाया जाएगा तथा एक सेमीऑटोमैटिक स्लॉटर हाउस और अरगबत्ती प्रोसेसिंग यूनिट भी लगाई जाएगी। इन तीनों प्रोजेक्ट पर डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट करीब 72 लाख रुपए खर्च करेगा।
- नई व्यवस्था में बकरे की बलि के साथ बलि चढ़ाने वाले को एक टोकन दिया जाएगा।
- अर्द्धस्वचालित स्लॉटर हाउस में बलि के बाद बकरे के बेकार हिस्सों को प्लांट में डालकर रोज़ 23 किलोवॉट बिजली बनाई जाएगी। इससे मंदिर परिसर में लगी स्ट्रीट लाइट जगमग रहेंगी।
- प्लांट की क्षमता प्रतिदिन एक टन अपशिष्ट इस्तेमाल करने की होगी। मंदिर से रोज़ औसतन 900 किलो अपशिष्ट निकलता है।