‘ड्रोन मेला’ | 13 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
11 दिसंबर, 2021 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के माधव प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (एमआईटीएस) में केंद्रीय नागरिक उडन्न्यन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहल पर प्रदेश के पहले ड्रोन मेले का आयोजन किया गया। इस मेले में लगभग 20 कंपनियों ने अपने ड्रोन का प्रदर्शन किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर में ‘ड्रोन मेला’में मौजूद युवाओं और किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि विकास एवं कल्याण के क्षेत्र में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर मध्य प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाएंगे। ड्रोन एक ऐसी क्रांतिकारी तकनीक है, जिसका उपयोग जन-कल्याण एवं सुशासन में किया जा सकता है।
- ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल खेतों में उर्वरक तथा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने में किया जा सकता है। इससे किसान हानिकारक रसायनों के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं। यह तकनीक कम खर्चीली है। ड्रोन तकनीक से 25 प्रतिशत तक खाद की बचत होती है।
- केंद्रीय नागरिक उडन्न्यन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भविष्य में ड्रोन तकनीक से विश्व की अर्थव्यवस्था और जीवन में बड़े बदलाव आएंगे। ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल में मध्य प्रदेश देश का अव्वल राज्य है। रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, हर क्षेत्र में ड्रोन तकनीक क्रांतिकारी साबित हो रही है। यह तकनीक गरीबी को समृद्धि में तब्दील करने का साधन बनी है। ड्रोन तकनीक से 3 लाख युवाओं को रोज़गार के अवसर मिलेंगे।
- इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश में पाँच ड्रोन स्कूल-ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर और सतना में खोले जाने की घोषणा की। इन स्कूलों के ज़रिये ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे युवाओं को रोज़गार मिले, साथ ही ड्रोन तकनीक का भी विकास और आत्मनिर्भरता में भरपूर इस्तेमाल हो।
- इसके साथ ही उन्होंने ग्वालियर के एमआईटीएस में ड्रोन एक्सीलेंसी सेंटर खोलने की घोषणा भी की। इसके लिये एक कंपनी के साथ एमओयू भी साइन किया गया है। ड्रोन मेले में अन्य कंपनियों ने भी एमओयू किये हैं।
- ड्रोन मेला में भाग लेने आईं लगभग एक दर्जन कंपनियों ने अपनी-अपनी सेवाओं का प्रदर्शन किया। ड्रोन मेले में थ्रॉटल एयरोस्पेस सिस्टम बैगलूरू, एस्टेरिया एयरोस्पेस लिमिटेड बैगलूरू, मारूत ड्रोंस हैदराबाद, ड्रोन डेस्टिनेशन नई दिल्ली, एग्री उड़ान प्रा.लि. अहमदाबाद, ग्वालियर पुलिस, बीसा सिम्यट नई दिल्ली सहित अन्य कंपनियों ने उर्वरक बीज छिड़काव व परिवहन, सर्विलांस, वनीकरण, ज़रूरी वस्तुओं का परिवहन इत्यादि का अपने-अपने ड्रोन से प्रदर्शन किया।