मुख्यमंत्री ने बलौदाबाज़ार में डॉ. खूबचंद बघेल की प्रतिमा का किया अनावरण | 21 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
20 मार्च, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बलौदाबाज़ार में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के प्रथम स्वप्नदृष्टा डॉ. खूबचंद बघेल की अष्टधातु से तैयार की गई सात फीट ऊँची प्रतिमा का अनावरण किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बलौदाबाज़ार प्रवास के दौरान ज़िला मुख्यालय के गौरव पथ गार्डन में डॉ. खूबचंद बघेल की प्रतिमा का अनावरण किया।
- उन्होंने आदमकद प्रतिमा की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रतिमा के ज़रिये छत्तीसगढ़ की नई पीढ़ी छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के स्वप्नदृष्टा के योगदान से परिचित होगी।
- इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विप्र वाटिका में आयोजित सर्व ब्राह्मण समाज के शपथ ग्रहण समारोह में बलौदाबाज़ार पॉलीटेक्निक कॉलेज का नामकरण पूर्व सांसद स्वर्गीय करुणा शुक्ला के नाम पर करने की घोषणा की।
- उल्लेखनीय है कि डॉ. खूबचंद बघेल का जन्म रायपुर ज़िले के पथरी गाँव में 19 जुलाई, 1900 को हुआ था। डॉ. बघेल महात्मा गांधी के विचारों से काफी प्रभावित थे तथा सरकारी नौकरी छोड़कर 1930 में गांधीजी के आंदोलन से जुड़ गए थे।
- डॉ. बघेल ने कुप्रथा का जमकर विरोध किया। होली के दौरान कराए जाने वाले ‘किसबिन नाच’ (kissbin dance) को बंद कराने के लिये उन्होंने सत्याग्रह किया। इसके अलावा उन्होंने ‘पंक्ति तोड़ो’ आंदोलन चलाया। इस आंदोलन का उद्देश्य था ‘कोई भी व्यक्ति किसी के भी साथ एक पंक्ति में बैठकर भोजन कर सकता है, जाति के आधार पर अलग पंक्ति नहीं होनी चाहिये।’