बिहार में डायरिया का प्रकोप | 13 Oct 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में बिहार के औरंगाबाद के बाद पश्चिमी चंपारण ज़िले में डायरिया के मामलों में तीव्र वृद्धि देखी गई है।
प्रमुख बिंदु
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार डायरिया होने पर व्यक्ति बार-बार उल्टी और दस्त करता है, जिससे डिहाइड्रेशन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
- डायरिया के लिये विविध प्रकार के जीवाणु, विषाणु एवं परजीवी सूक्ष्मजीव उत्तरदायी होते हैं, उदाहरण के लिये रोटा वायरस एवं नोरो वायरस।
- डायरिया संक्रमण संदूषित भोजन करने, प्रदूषित जल पीने एवं व्यक्ति से व्यक्ति में गंदगी व अस्वच्छता का परिणाम है।
- डायरिया का स्वच्छ जल पीने, स्वच्छता बनाए रखने एवं ओरल रिहाइड्रेशन आदि के द्वारा उपचार किया जा सकता है।