मध्य प्रदेश
रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर फटे
- 24 Sep 2024
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चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश में नेपानगर और खंडवा स्टेशनों के बीच सागफाटा के पास पटरियों पर 10 रेलवे डेटोनेटर फटने के बाद एक सैन्य विशेष ट्रेन को कुछ समय के लिये रोकना पड़ा ।
- इस घटना के बाद रेलवे सुरक्षा बल (RPF) द्वारा जाँच शुरू कर दी गई है, ताकि डेटोनेटर रखे जाने के पीछे का कारण और संभावित उद्देश्य पता लगाया जा सके।
प्रमुख बिंदु
- रेलवे अधिकारियों द्वारा "हानिरहित" बताए गए डेटोनेटरों का उपयोग आमतौर पर रेल चालकों को पटरियों पर संभावित अवरोधों या खतरों के बारे में सचेत करने के लिये किया जाता है।
- ये उपकरण रेल इंजन के दबाव से चालू होने पर तेज़ आवाज़ उत्पन्न करते हैं, जो चेतावनी संकेत के रूप में कार्य करता है।
- सैन्य रेलगाड़ी के गुज़रने के दौरान पटरियों पर उनकी अप्रत्याशित उपस्थिति से महत्त्वपूर्ण सुरक्षा चिंताएँ उत्पन्न हो गई हैं।
- RPF फिलहाल तोड़फोड़ या शरारत की संभावना सहित सभी कोणों से घटना की जाँच कर रही है।
- इस घटना ने रेलवे पटरियों, विशेषकर सैन्य ट्रेनों द्वारा उपयोग की जाने वाली पटरियों पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर किया है ।
- डेटोनेटर:
- डेटोनेटर एक उपकरण होता है जिसका उपयोग विस्फोटक पदार्थ को सक्रिय करने के लिये किया जाता है, जिससे नियंत्रित विस्फोट शुरू हो जाता है।
- खनन, विध्वंस, सैन्य अनुप्रयोगों और अन्य औद्योगिक उपयोगों में डेटोनेटर महत्त्वपूर्ण घटक होते हैं जहाँ नियंत्रित विस्फोट की आवश्यकता होती है।
- डेटोनेटर विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे:
- इलेक्ट्रिकल डेटोनेटर: ये विद्युतधारा द्वारा सक्रिय होते हैं और आमतौर पर खनन तथा निर्माण में उपयोग किये जाते हैं। इनमें एक छोटा सा चार्ज होता है जो मुख्य विस्फोटक को प्रज्वलित करता है।
- नॉन-इलेक्ट्रिकल डेटोनेटर: इनमें विस्फोट आरंभ करने के लिये बिजली की आवश्यकता के बिना शॉक ट्यूब या फ्यूज़ जैसे अन्य साधनों का उपयोग किया जाता है।
- इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर: ये उन्नत उपकरण विस्फोट का सटीक समय निर्धारित करने में सक्षम होते हैं तथा प्रायः प्रोग्राम योग्य होते हैं।
रेलवे सुरक्षा बल (RPF)
- RPF केंद्रीय रेल मंत्रालय के नियंत्रण में एक सशस्त्र बल है, जिसका कार्य रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्रों और यात्रियों की सुरक्षा करना है।
- मूल रूप से वर्ष 1881 में निजी रेलवे कंपनियों के वॉच एंड वार्ड सेट-अप का हिस्सा होने के बाद , इसे RPF अधिनियम, 1957 के तहत एक वैधानिक निकाय के रूप में पुनर्गठित किया गया।
लोकप्रिय विस्फोटक
- डायनामाइट: डायनामाइट एक प्रकार का विस्फोटक होता है जो मुख्य रूप से नाइट्रोग्लिसरीन को मृदा जैसे शोषक पदार्थ के साथ मिलाकर बनाया जाता है ।
- यह मिश्रण अत्यधिक वाष्पशील नाइट्रोग्लिसरीन को स्थिर कर देता है, जिससे इसे संभालना और परिवहन करना सुरक्षित हो जाता है।
- अमोनियम नाइट्रेट: अमोनियम नाइट्रेट एक अकार्बनिक यौगिक है जिसमें अमोनियम आयन (NH4) और नाइट्रेट आयन (NO3) होते हैं।
- इसका उपयोग आमतौर पर कृषि उर्वरक के रूप में किया जाता है, लेकिन कुछ स्थितियों में इसका उपयोग विस्फोटक के रूप में भी किया जा सकता है, विशेष रूप से जब इसे ईंधन स्रोत के साथ संयोजित किया जाता है।
- TNT (ट्राईनाइट्रोटोलुईन): TNT एक कार्बनिक यौगिक है जो टोलुईन, एक सुगंधित हाइड्रोकार्बन से प्राप्त होता है।
- TNT एक पीला, गंधहीन ठोस पदार्थ है जो अपेक्षाकृत स्थिर है तथा आघात और घर्षण के प्रति असंवेदनशील है, जिसके कारण यह सैन्य बमों, औद्योगिक उपयोगों और जल के भीतर विस्फोट में प्रयुक्त होने वाले विस्फोटक के रूप में लोकप्रिय विकल्प है।
- TNE (ट्राईनाइट्रोएथिलीनर): TNE एक कार्बनिक नाइट्रेट यौगिक है। इसका उपयोग विस्फोटक के रूप में किया जाता है, लेकिन TNT जैसे अन्य विस्फोटकों की तुलना में यह कम सामान्य है।
- RDX (रॉयल डिमोलिशन विस्फोटक): RDX एक कार्बनिक यौगिक है, दिखने में यह एक सफेद पाउडर है और इसकी उच्च विस्फोटक शक्ति और स्थिरता के कारण सैन्य और नागरिक अनुप्रयोगों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
- इसे साइक्लोनाइट या हेक्सोजेन के नाम से भी जाना जाता है।