उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष | 19 Oct 2021
चर्चा में क्यों?
18 अक्तूबर, 2021 को समाजवादी पार्टी के बागी विधायक नितिन अग्रवाल को उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा का उपाध्यक्ष चुन लिया गया, उन्होंने समाजवादी पार्टी के अपने इकलौते प्रतिद्वंद्वी नरेंद्र सिंह वर्मा को हराया।
प्रमुख बिंदु
- उपसभापति के चुनाव के लिये मतदान सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद शुरू हुआ और विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने शाम 4 बजे परिणाम की घोषणा की।
- विधानसभा की कुल 403 सदस्यों की तुलना में 368 विधायकों ने मतदान किया, जिनमें से चार मत अवैध घोषित किये गए। नितिन अग्रवाल को 304 वोट मिले, जबकि नरेंद्र सिंह वर्मा को सिर्फ 60 वोट मिले।
- कॉन्ग्रेस और बहुजन समाजवादी पार्टी ने चुनाव का बहिष्कार किया, जबकि दोनों दलों के बागी विधायकों ने भाजपा या समाजवादी पार्टी के पक्ष में मतदान किया। समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने चुनाव का विरोध किया और काला बिल्ला पहना।
- सत्तारूढ़ भाजपा ने उपाध्यक्ष पद के लिये समाजवादी पार्टी के बागी विधायक नितिन अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया था। संख्या बल न होने के बावजूद मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने भी इस पद के लिये अपने उम्मीदवार नरेंद्र वर्मा का नामांकन दाखिल किया था।
- उल्लेखनीय है कि वर्तमान (17वीं) विधानसभा में भाजपा की कुल 304 सीटें हैं। समाजवादी पार्टी के 49 विधायक, बहुजन समाज पार्टी के 16, अपना दल (सोनेलाल) के 9, भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस के 7 तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 4 विधायक हैं। 3 निर्दलीय, 2 असंबद्ध सदस्य तथा 2 अन्य सदस्य हैं जबकि 7 सीटें खाली हैं। एंग्लो इंडियन समुदाय से एक मनोनीत सदस्य भी है।