देहरादून का घंटाघर | 11 Sep 2024

 चर्चा में क्यों?

हाल ही में देहरादून के प्रतिष्ठित घंटाघर की टिक-टिक बंद हो गई, क्योंकि चोरों ने इसके ताँबे के अंदरूनी हिस्से को तोड़ दिया। 

मुख्य बिंदु

  • ऐतिहासिक महत्त्व:
    • इसका निर्माण 1940 के दशक में हुआ था तथा इसका उद्घाटन वर्ष 1953 में श्रीमती सरोजिनी नायडू ने किया था।
    • लाला शेर सिंह द्वारा अपने पिता लाला बलबीर सिंह की स्मृति में बनवाया गया।
    • यह उन स्वतंत्रता सेनानियों की याद दिलाता है जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिये अपने प्राणों का बलिदान दिया।
  • वास्तुशिल्पीय डिज़ाइन:
    • षट्कोणीय संरचना जिसके छहों पक्षों पर एक-एक घड़ी है।
    • यह टावर लगभग 85 मीटर ऊँचा है, जिसकी घंटियाँ पूरे शहर में गूँजती थीं।
    • घंटाघर शहर के विकास का प्रतीक है और देहरादून के लिये गौरव का स्मारक है।