उत्तराखंड
प्रदेश में आभा आईडी बनाने में देहरादून ज़िला अव्वल
- 28 Mar 2023
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चर्चा में क्यों?
25 मार्च, 2023 को उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना के तहत प्रदेश में आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा आईडी) बनाने में देहरादून ज़िला अव्वल है।
प्रमुख बिंदु
- आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के राज्य मिशन निदेशक एवं अपर सचिव अरुणेंद्र चौहान ने बताया कि प्रदेश के 30.61 लाख से अधिक लोग अपनी आभा आईडी बनाकर आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का हिस्सा बन चुके हैं। आईडी बनाने वाले लोगों का स्वास्थ्य संबंधी संपूर्ण ब्योरा ऑनलाइन दर्ज हो चुका है।
- प्रदेश की राजधानी देहरादून में सबसे अधिक 6,61,919 आभा आईडी बनी हैं, जबकि नैनीताल ज़िला दूसरे स्थान पर है।
- ज्ञातव्य है कि प्रदेश में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत वर्ष 2021 में हुई थी। मिशन की ओर से किये गए प्रयासों से प्रदेश के लोगों का स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिटाइज करने की गति अपेक्षाओं के अनुरूप है।
- विदित है कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। मिशन के तहत हर व्यक्ति की आभा आईडी बनाई जानी है। आईडी बनाने से स्वास्थ्य परीक्षण व उपचार की पूरी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी।
- आभा आईडी के फायदे -
- स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी।
- अस्पताल के पंजीकरण से लेकर उपचार तक पेपरलेस होगा।
- अस्पताल में क्यूआर कोड के ज़रिये टोकन लेने की सुविधा।
- बीमारी के इलाज से संबंधित रिकॉर्ड डिजिटल माध्यम से सुरक्षित रहेगा।
- राज्य में आभा आईडी का जनपदवार विवरण –
ज़िला | आभा आईडी |
देहरादून | 661919 |
नैनीताल | 398571 |
हरिद्वार | 282253 |
ऊधमसिंह नगर | 232694 |
पौड़ी गढ़वाल | 183236 |
अल्मोड़ा | 143166 |
टिहरी | 122741 |
पिथौरागढ़ | 94285 |
चमोली | 75008 |
बागेश्वर | 71453 |
चंपावत | 65452 |
उत्तरकाशी | 55736 |
रुद्रप्रयाग | 28832 |
ज़िले की सूचना न देने वाले | 646288 |
- स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन एक क्रांतिकारी कदम है। आभा नंबर के माध्यम से स्वास्थ्य की सभी जानकारी मिल सकेगी। प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों को मिशन से जोड़ने के काम को प्राथमिकता से करने के लिये संबंधित अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिये गए हैं।