उत्तर प्रदेश
प्रदेश के 57 ज़िलों में खुलेंगे साइबर क्राइम थाने
- 20 Dec 2023
- 3 min read
चर्चा में क्यों?
19 दिसंबर, 2023 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लोकभवन में आयोजित कैबिनेट बैठक में प्रदेश के 57 जनपदों में साइबर क्राइम थाने स्थापित करने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई।
प्रमुख बिंदु:
- उत्तर प्रदेश में बढ़ते हुए साइबर क्राइम के मामलों को देखते हुए योगी सरकार ने यह बड़ा निर्णय लिया है। इस निर्णय के साथ ही प्रदेश के सभी जनपदों में साइबर क्राइम थानों की मौजूदगी हो जाएगी।
- वर्तमान में प्रदेश के सभी 18 मंडल मुख्यालयों में साइबर क्राइम थाने मौजूद हैं। अभी तक आईजी स्तर का अधिकारी इन थानों को देखता था लेकिन सभी जनपदों में साइबर क्राइम थाने स्थापित होने के बाद पुलिस अधीक्षक इसकी जिम्मेदारी निभाएंगे।
- लोकभवन के मीडिया सेंटर में वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कैबिनेट के निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि 57 जनपदों में साइबर क्राइम थानों की स्थापना होने से न सिर्फ साइबर क्राइम पर नजर रखी जा सकेगी, बल्कि उस पर प्रभावी कार्रवाई भी संभव हो सकेगी।
- उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम में कन्विक्शन के मामले में उत्तर प्रदेश देश में पहले स्थान पर है। प्रदेश का कन्विक्शन रेट 87.8 परसेंट है जो नेशनल साइबर क्राइम के कन्विक्शन रेट 46.5 परसेंट से काफी बेहतर है।
- अब तक उत्तर प्रदेश में 838 कन्विक्शन हुए हैं, जबकि दूसरे नंबर पर मौजूद मध्य प्रदेश में सिर्फ 59 कन्विक्शन हुए हैं। उत्तर प्रदेश में 7122 क्रिमिनल अरेस्ट किए गए हैं, जबकि महाराष्ट्र में 2582 क्रिमिनल अरेस्ट किए गए। उत्तर प्रदेश में 2022 में 10,117 केस रजिस्टर हुए हैं।
- इन जनपदों में स्थापित होंगे साइबर क्राइम थाने: मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, जौनपुर, हमीरपुर, महोबा, सोनभद्र, रायबरेली, सीतापुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, कानपुर देहात, इटावा, देवरिया, कुशीनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, फतेहगढ़, कन्नौज, औरैया, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, बागपत, हापुड़, सुल्तानपुर, बाराबंकी, महाराजगंज, अमेठी, अंबेडकरनगर, एटा, हाथरस, कासगंज, गाजीपुर, चंदौली, मऊ, बहराइच, उन्नाव, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत, रामपुर, बिजनौर, अमरोहा, संभल, भदोही, बलिया, सिद्धार्थनगर, संत कबीरनगर, ललितपुर, जालौन, मुजफ्फरनगर, शामली, प्रतापगढ़, फतेहपुर, कौशांबी एवं चित्रकूट।