काशी की तरह प्रयाग में भी चलेंगे क्रूज, संगम पर बनेगा हेलीपोर्ट | 26 Aug 2022
चर्चा में क्यों ?
25 अगस्त, 2022 को प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री और प्रयागराज मंडल के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि प्रयागराज महाकुंभ के पूर्व ही वाराणसी की तर्ज़ पर यहाँ भी क्रूज की सेवाएँ और जलमार्ग से यातायात का परिवहन शुरू होगा।
प्रमुख बिंदु
- मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि कुंभ से पहले संगम पर जो हेलीपोर्ट बनाया जाएगा, उसके ज़रिये प्रयागराज से जल परिवहन भी शुरू होगा। गंगा एक्सप्रेस-वे दिल्ली सहित अन्य ज़िलों से प्रयागराज की पहुँच को और सुगम बनाएगा।
- राज्य सरकार की योजना प्रयागराज से वाराणसी तक क्रूज परिवहन प्रारंभ करने की है। गौरतलब है कि प्रदेश में अवस्थित पौराणिक शहर वाराणसी में पहले से ही क्रूज सेवा प्रारंभ की जा चुकी है।
- यह राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-1 (प्रयागराज से हल्दिया तक) का भी मार्ग है, अत: भविष्य में मालवहन के अतिरिक्त यहाँ से जलमार्ग का प्रयोग आमजन के परिवहन के लिये भी किया जा सकेगा।
- मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि रेलवे द्वारा निष्प्रयोज्य घोषित किये जा चुके कर्ज़न ब्रिज को धरोहर के रूप में पर्यटकों के लिये विकसित किया जाएगा।
- गौरतलब है कि प्रयागराज से अयोध्या व लखनऊ रेलमार्ग पर गंगा नदी पर बने कर्ज़न ब्रिज की आयु 117 वर्ष है। रेल यातायात के लिये यह पुल 15 जून, 1905 को खोला गया था। तब इस रेलखंड का संचालन अवध व रुहेलखंड रेलवे करती थी। इस पुल से सड़क यातायात 20 दिसंबर, 1905 को शुरू हुआ था। वर्ष 1998 में इस पुल से सड़क और रेल यातायात बंद कर दिया गया था।