शिल्प गुरू और राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुए मध्य प्रदेश के शिल्पकार | 29 Nov 2022
चर्चा में क्यों?
28 नवंबर, 2022 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य ‘शिल्प गुरू राष्ट्रीय पुरस्कार’ सम्मान समारोह में मध्य प्रदेश के एक सिद्धहस्त हस्तशिल्प कलाकार को ‘शिल्प गुरू पुरस्कार’ एवं पाँच श्रेष्ठ हस्तशिल्पियों को हस्तशिल्प के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सम्मान समारोह में शिल्प गुरू पुरस्कार विजेताओं को सम्मान स्वरूप सोने का सिक्का, 2 लाख रुपए की राशि, ताम्रपत्र, शॉल और प्रमाण-पत्र तथा हस्तशिल्प राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं को एक लाख रुपए की राशि, ताम्रपत्र एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किया।
- मध्य प्रदेश के धार ज़िले के मोहम्मद यूसुफ खत्री को बाघ प्रिंट हस्त-शिल्प विरासत के संरक्षण के लिये वर्ष 2017 का शिल्प गुरू पुरस्कार प्रदान किया गया है।
- धार ज़िले के मोहम्मद नसीर को साड़ी हस्त-ब्लॉक प्रिंटिंग शिल्प और मुबारिक खत्री को बाँस दरी पर्दों पर हस्त ब्लॉक प्रिंट तथा नीमच ज़िले के स्व. प्रदीप झरिया और पवन कुमार झरिया को विलुप्त तारापुर हस्त-छप्पा छपाई कला के लिये वर्ष 2017 के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। स्व. प्रदीप झरिया का पुरस्कार उनकी धर्मपत्नी अनुसुइया झरिया ने ग्रहण किया।
- धार ज़िले के मोहम्मद बिलाल खत्री को बाँस चटाई हस्त-ब्लॉक प्रिंट के लिये वर्ष 2018 के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- उल्लेखनीय है कि उक्त सम्मान समारोह में वर्ष 2017, 2018 एवं 2019 के लिये देशभर से नामित किये गए हस्तशिल्प से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के 30 हस्तशिल्पियों को ‘शिल्प गुरू पुरस्कार’एवं 78 हस्तशिल्पियों को ‘राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार’से सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2002 में शुरू किये गए शिल्प गुरू पुरस्कार ऐसे सर्वश्रेष्ठ सिद्धहस्त हस्तशिल्पियों को दिया जाता है जिन्होंने हस्तशिल्प के क्षेत्र में गुरू की भूमिका निभाते हुए संबंधित कला को आगे बढ़ाने के लिये बेहतरीन कार्य किया हो।