सहकारी शक्कर कारखाना पंडरिया और राम्हेपुर ने रिकवरी दर में राष्ट्रीय स्तर पर रचा नया कीर्तिमान | 07 Jun 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में छत्तीसगढ़ के कबीरधाम ज़िले में स्थापित दो सहकारी शक्कर कारखानों लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित पंडरिया और भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना राम्हेपुर, कवर्धा ने रिकवरी दर में राष्ट्रीय स्तर पर क्रमश: पहले और दूसरे स्थान पर रहते हुए नया कीर्तिमान रचा है।
प्रमुख बिंदु
- दोनों ही कारखानों ने देश के सभी सहकारी शक्कर कारखानों को रिकवरी के मामले में पीछे छोड़ दिया है। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित पंडरिया पेराई सत्र 2021-22 में 13.12 प्रतिशत रिकवरी के साथ पूरे देश में पहले नंबर पर तथा भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना राम्हेपुर, कवर्धा 11.8 प्रतिशत रिकवरी के साथ पूरे देश में दूसरे नंबर पर रहा।
- रिकवरी दर अधिक होने से ज़िले के 18 हज़ार 497 किसानों को 53.83 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि प्राप्त होगी। इससे वित्तीय वर्ष में किसानों को 280.7 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाएगा।
- इन किसानों को रिकवरी दर पर 53.83 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि प्राप्त होगी, साथ ही किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 50.58 करोड़ रुपए का लाभ मिलेगा।
- लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित पंडरिया में पेराई सत्र 2021-22 में किसानों से 29 लाख 5 हज़ार 338 मीट्रिक टन गन्ने की खरीदी की गई। वहीं भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना राम्हेपुर, कवर्धा में किसानों से 34 लाख 5 हज़ार 3 मीट्रिक टन गन्ने की खरीद की गई है।
- गौरतलब है कि गन्ने की दर एफआरपी से तय होती है, जिसमें न्यूनतम 9.50 प्रतिशत रिकवरी या उससे कम पर 275.50 रुपए प्रति क्विंटल दर से दिया जाता है। 9.50 प्रतिशत से अधिक रिकवरी आने पर प्रति 0.1 प्रतिशत पर 2.90 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ता जाता है।